कोरोना काल के दौरान लोगों की आय में भारी कमी हुई है लेकिन इस साल अप्रैल में सरकार ने ब्याज की दर में कटौती करने का फैसला लिया था. विरोध होने के बाद इसे वापस ले लिया गया. अब जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए भी सरकार ने ब्याज की दरों में किसी तरह के छेड़छाड़ ना करने का फैसला लिया है.
यह पांचवीं तिमाही है जब सरकार ने छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दर में किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया है. इसका मतलब है कि कम आय वाले लोगों और वरिष्ठ नागरिकों को छोटी बचत पर दी जा रही ब्याज दर वही रहेगी. इस फैसले से बढ़ती महंगाई और घटती आय के कारण परेशान हुए मध्यमवर्गीय लोगों को कुछ राहत मिल सकती है.
आइए जानते हैं ऐसी कौन-कौन सी सेविंग स्कीम है जिसपर कम आय वाले लोगों को ज्यादा ब्याज मिलता है. छोटी बचत में पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) जैसी कई योजनाएं आती हैं.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
पब्लिक प्रोविडेंट फंड सरकारी और संगठित क्षेत्रों में वेतनभोगियों का सरकार के घर अंशदान है जिसका आधा अंश नियोक्ता देता है और आधा अंश कर्मचारी. इस पर ब्याज दर काफी होती है. वर्तमान में पीपीएफ पर 7.1 फ़ीसदी ब्याज मिलता है जबकि किसी भी बैंक में इतने ब्याज कभी नहीं मिलेगा.
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC)
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर पीपीएफ के बाद सबसे ज्यादा सालाना ब्याज मिलता है. वर्तमान में नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट एनएससी पर सरकार 6.8 फीसदी ब्याज देती है.
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)
कम आय वाले परिवारों में लड़की के पैदा होने से 18 साल तक की उम्र तक सेविंग की बेहतरनी स्कीम है. सुकन्या समृद्धि योजना पर पीपीएफ से भी ज्यादा सालाना ब्याज मिलता है. वर्तमान में एसएसवाई पर 7.6 प्रतिशत ब्याज मिलता है.
वरिष्ठ नागिरक बचत योजना
यह कम आय वाले वरिष्ठ नागरिकों की योजना है. वरिष्ठ नागिरक बचत योजना के तहत 7.4 प्रतिशत ब्याज मिलता है.
पोस्ट ऑफिस बचत योजना
पोस्ट ऑफिस बचत योजना के तहत पांच साल के फिक्स्ड डिपॉजिट 6.7 प्रतिशत ब्याज दर मिलती है.
हर हाल में छोटी सेविंग स्कीम बेहतर
छोटी बचत स्कीम को इस तरह भी समझा जा सकता है. आमतौर पर कोई बैंक बचत खाता पर 3 से साढ़े तीन प्रतिशत तक का सालाना ब्याज देता है. भारत में टॉप बैंक भी पांच साल की अवधि के दौरान फिक्स्ड डिपॉजिट पर 5.4-5.5 प्रतिशत ब्याज दर से ज्यादा नहीं देते हैं लेकिन पोस्ट ऑफिस बचत योजना के तहत 6.7 प्रतिशत ब्याज मिलता है. इसी तरह कन्या बचत योजना 7.6 प्रतिशत, वरिष्ठ नागिरक बचत योजना पर 7.4 प्रतिशत ब्याज मिलता है. यानी हर हाल में छोटी सेविंग स्कीम में ज्यादा ब्याज मिलता है.
मार्च में वापस लेना पड़ा था ब्याज दर
31 मार्च को कई छोटी बचत योजनाओं और छोटी डिपॉजिट्स पर जून तिमाही के लिए ब्याज दरों को लेकर घोषणा की गई थी. इस घोषणा के तहत छोटी जमाओं पर भी वार्षिक ब्याज दर 4 फीसदी से घटाकर 3.5 फीसदी किया गया था. पर्सनल प्रोविडेंट फंड यानी PPF की ब्याज दर भी 7.1 से कम करके 6.4 प्रतिशत वार्षिक कर दिया गया था.
एक साल की अवधि के जमा पर ब्याज दर को 5.5% से काम करके 4.4% कर दिया गया था, वहीं सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम के तहत ब्याज दर 7.4% से कम करके 6.5% कम दिया गया था. हालांकि विवाद होने के बाद अगले ही दिन सरकार ने फैसला वापस ले लिया था.
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