चंडीगढ़: पंजाब के बिजली मंत्री हरभजन सिंह ने कहा है कि राज्य में प्रीपेड मीटर की जगह स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. उन्होंने कहा, इस मीटर की खासियत यह है कि इसमें एक चिप होगी जिसके जरिए बिल आपके मोबाइल में आ जाएगा और अगर आप घर के बाहर हैं और कोई आपकी बिजली चोरी करता है तो उसके बारे में भी पता चल जाएगा. आप मोबाइल से ही इसको चेक कर सकेंगे.”
हरभजन सिंह ने कहा कि पंजाब में अभी तक कोयले की कोई कमी नहीं है और ना ही पंजाब में कोयले की कमी आने दी जाएगी. उन्होंने आगे कहा, “इसके लिए हमने ड्यूटी लगा दी है जो प्राइवेट थर्मल प्लांट है उनके कानून देखे जाएंगे उसी के तहत उन से काम लिया जाएगा क्योंकि अक्सर बिजली की जब जरूरत होती है तो उस समय थर्मल प्लांट बंद क्यों जाते हैं इस चीज के बारे में बात की जाएगी और अभी से उन तीनों प्लांट के साथ बातचीत की जाएगी.”
पंजाब में बढ़ती बिजली मांग और कोयला संकट
बता दें पंजाब में बिजली की बढ़ती मांग और कोयला संकट के बीच राज्य सरकार द्वारा केंद्र से अतिरिक्त कोयला आवंटन करने की मांग की गई थी लेकिन केंद्र ने इस मांग को खारिज कर दिया. केंद्र ने राज्य से खुद बिजली संकट से उबरने के लिए काम करने के लिए कहा है.
इन विकल्पों पर विचार कर रही है सरकार
पंजाब सरकार अब खुद ही इस संकट से निकलने की कोशिशों में जुट गई है. पंजाब सरकार कोयला आधारित संयंत्रों में 5 से 7 प्रतिशत बायोमास पेलेट का उपयोग करने की तैयारी कर रही है. पंजाब सरकार अक्षय ऊर्जा आधारित बिजली को कोयला आधारित उत्पादन के साथ जोड़ने की भी योजना बना रही है. इसके साथ ही कोयले की वार्षिक मांग का अधिकतम 10 प्रतिशत आयात करके और इसे घरेलू कोयले के साथ मिलाने पर पर भी सरकार विचार कर रही है.
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