स्मोकिंग करने वालों और शाकाहारियों को कोरोना संक्रमण का खतरा है कम- CSIR सर्वे
अखिल भारतीय सीरोसर्वे के मुताबिक स्मोकिंग करने वालों और शाकाहरियों में कम सीरोपॉजिटिविटी पाई गई जो दर्शाता है कि उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित होने का कम रिस्क होता है. गौरतलब है कि इस स्टडी में फ्रांस के दो अध्ययनों और इटली, न्यूयॉर्क और चीन की ऐसी ही रिपोर्टों का हवाला दिया गया है जिसमें धूम्रपान करने वालों के बीच संक्रमण की दर कम थी.
![स्मोकिंग करने वालों और शाकाहारियों को कोरोना संक्रमण का खतरा है कम- CSIR सर्वे Smokers and vegetarians are less at risk of corona infection - CSIR survey स्मोकिंग करने वालों और शाकाहारियों को कोरोना संक्रमण का खतरा है कम- CSIR सर्वे](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/09/02142327/India-Corona.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद ने अपने करीब 40 संस्थानों में किये गए अखिल भारतीय सीरोसर्वे के मुताबिक स्मोकिंग करने वालों और शाकाहरियों में कम सीरोपॉजिटिविटी पाई गई जो दर्शाता है कि उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित होने का कम रिस्क होता है.
सर्वेक्षण में यह भी पाया गया कि रक्त समूह 'ओ' वाले लोग संक्रमण के लिए कम संवेदनशील हो सकते हैं, जबकि 'बी' और 'एबी' रक्त समूह वाले लोग अधिक जोखिम में थे. गौरतलब है कि इस अध्ययन के लिए, वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने एसएआरएस-सीओवी -2 में एंटीबॉडी की उपस्थिति का आकलन करने के लिए स्वैच्छिक भागीदारी के आधार पर अपनी प्रयोगशालाओं या संस्थानों में काम करने वाले 10,427 वयस्क व्यक्तियों और उनके परिवार के सदस्यों के नमूने लिए थे.
10,427 व्यक्तियों पर की गई स्टडी
वहीं सीएसआईआर-इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (IGIB), दिल्ली द्वारा की गई स्टडी में कहा गया है कि 10,427 व्यक्तियों में से 1,058 (10.14 प्रतिशत) में SARS-CoV-2 के प्रति एंटीबॉडी थी. आईजीआईबी के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं इस स्टडी के सह लेखकर शांतनु सेनगुप्ता के मुताबिक नमूनों में 346 सीरो-पॉजिटिव व्यक्तियों की जांच की गई तो उनमें एक अनुवर्ती 'सार्स-को-वी -2 के खिलाफ' उच्च स्तर के एंटीबॉडी स्तर का पता चला, लेकिन वायरस को बेअसर करने के लिए प्लाज्मा गतिविधि में गिरावट पाई गई.
उन्होंने ये भी कहा कि 35 व्यक्तियों के 6 महीने में दोबारा नमूने जांच हेतु लिए गए जिनमें एंटीबॉडी के स्तर में तीन महीने की तुलना में गिरावट आई जबकि बेअसर करने वाली एंटीबॉडी का स्तर स्थिर ही पाया गया. लेकिन सामान्य एंटीबॉडी के साथ ही बेअसर करने वाला एंटीबॉडी का स्तर जरूर से ज्यादा पाया गया था.
धूम्रपान करने वालों को सीरो पॉजिटिव होने की संभावना कम
इस स्टडी में कहा गया है, कि धूम्रपान करने वालों को सीरो पॉजिटिव होने की संभावना कम होती है, जो सामान्य आबादी की पहली रिपोर्ट है और इसका सबूत है कि कोविड 19 एक श्वसन रोग होने के बावजूद धूम्रपान करना कोरोना के खिलाफ सुरक्षात्मक हो सकता है. गौरतलब है कि इस स्टडी में फ्रांस के दो अध्ययनों और इटली, न्यूयॉर्क और चीन की ऐसी ही रिपोर्टों का हवाला दिया गया है जिसमें धूम्रपान करने वालों के बीच संक्रमण की दर कम थी.
ऑनलाइन फॉर्म के मूल्यांकन के आधार पर तैयार की गई स्टडी
बता दें कि जनसांख्यिकीय जानकारी के साथ, रक्त समूह प्रकार, व्यवसाय प्रकार, धूम्रपान और शराब सहित आदतों, आहार वरीयताओं, चिकित्सा इतिहास और परिवहन प्रकार के उपयोग पर प्राप्त आंकड़ों के साथ संभावित जोखिम कारकों का मूल्यांकन सेल्फ फिल्ड ऑनलाइन फॉर्म के माध्यम से किया गया था. सेन गुप्ता ने बताया कि इस स्टडी में उच्च सीरो पॉजिटिविटी उन लोगों में पाई गई जो सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करते हैं व व्यवसायिक जिम्मेदारियों जैसे सिक्योरिटी, हाउसकीपिंग का काम करते हैं और नॉन स्मोकर और नॉन वेजिटेरियन हैं.
ये भी पढ़ें Weather Forecast Updates: हाड़ कंपा देने वाली ठंड- दिल्ली-एनसीआर में गिरा पारा, कोहरे की चपेट में कई राज्य आज से खुल रहे हैं राजधानी दिल्ली में 10वीं और 12वीं क्लास के लिए स्कूल![IOI](https://cdn.abplive.com/images/IOA-countdown.png)
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![शिवाजी सरकार](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/5635d32963c9cc7c53a3f715fa284487.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)