स्मृति का राहुल पर पलटवार, कहा- ‘नेहरू-गांधी परिवार की देन है कश्मीर समस्या’
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर पलटवार किया है. राहुल गांधी ने अमरनाथ हमले के बाद ट्विटर के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था, जिसके जवाब में स्मृति ईरानी ने न सिर्फ राहुल गांधी, बल्कि पूरे नेहरू-गांधी परिवार पर ही हल्ला बोल दिया है.
राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा है, ‘’मोदी की नीतियों ने कश्मीर में आतंकवादियों के लिए जगह बनाने का काम किया है. इससे भारत को गंभीर रणनीतिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. पीडीपी से हाथ मिलाकर मोदी को भले ही तात्कालिक राजनीतिक फायदा हुआ हो, लेकिन भारत को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है.’’.when it comes to challenges with regard to Kashmir those challenges are given out to country courtesy the Nehru-Gandhi family: Smriti Irani pic.twitter.com/qcs0UPAVCM
— ANI (@ANI_news) July 12, 2017
Modi’s policies have created space for terrorists in Kashmir. Grave strategic blow for India#AmarnathTerrorAttack — Office of RG (@OfficeOfRG) July 12, 2017
स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के इस आरोप का जवाब ये कहते हुए दिया कि कश्मीर में देश को जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, उसके लिए पूरा नेहरू-गांधी परिवार जिम्मेदार है.
स्मृति ईरानी ने कहा है, ‘’देश भली भांती जानता है और इतिहार गवाह है कि आज कश्मीर में जो चुनौतियां हैं वह नेहरु-गांधी परिवार की ही देन हैं.’’ ईरानी ने आगे कहा, ‘’राहुल गांधी अपने ट्वीट में निजी फायदे का उल्लेख करते हैं. जब उनकी पार्टी के लोग हमारे आर्मी चीफ को गुंडा बुलाते हैं तो यह उनका निजी फायदा है या राजनीतिक फायदा है.’’
राहुल गांधी के ट्वीट की जिस लाइन से बीजेपी सबसे ज्यादा भड़की हुई है, वो है पीएम मोदी पर निजी फायदे का आरोप. राहुल ने लिखा है, ‘’मोदी का व्यक्तिगत फायदा = भारत की रणनीतिक हार + निर्दोष भारतीयों के खून की कुर्बानी.’’
Modi’s personal gain= India's strategic loss + sacrifice of innocent Indian blood — Office of RG (@OfficeOfRG) July 12, 2017
दरअसल, अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के बाद से राहुल गांधी लगातार पीएम मोदी को निशाना बनाते आ रहे हैं. दस जुलाई को राहुल ने अपने ट्वीट में आतंकी हमले को सुरक्षा में भारी चूक बताते हुए प्रधानमंत्री से इसकी जिम्मेदारी लेने को कहा था.
This is a grave & unacceptable security lapse. The PM needs to accept responsibility and never allow it to happen again
— Office of RG (@OfficeOfRG) July 10, 2017
18 विपक्षी दलों ने भी एक प्रस्ताव पारित करके कहा है कि सरकार को इस बात पर आत्मचिंतन करना चाहिए कि पहले से खुफिया जानकारी मिलने के बावजूद अमरनाथ यात्रियों पर हुए कायराना आतंकी हमले को रोका क्यों नहीं जा सका.