(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
राहुल गांधी का पीएम मोदी पर तंज, स्मृति ईरानी का पलटवार, कहा- 'एक फ्रस्टेटेड राजनेता जो दुनिया से...'
Smriti Irani On Rahul Gandhi: पीएम मोदी के फ्रांस के दौरे को लेकर राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने उन पर तंज कसा. इसके बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उन पर पलटवार किया.
Smriti Irani Attacked Rahul Gandhi: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पीएम मोदी के फ्रांस दौरे को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के तंज पर पलटवार किया है. उन्होंने राहुल गांधी को एक फ्रस्टेटेड राजनेता बताते हुए राहुल गांधी पर भारत की महत्वाकांक्षाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है.
स्मृति ईरानी ने एक ट्वीट कर कहा कि राहुल गांधी वह व्यक्ति हैं जो भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप चाहते हैं. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी सिर्फ इसलिए निराश है क्योंकि लोगों के अस्वीकार करने के बाद बड़े-बड़े रक्षा अनुबंध उनके दरवाजे पर नहीं पहुंच रहे हैं, इसी बात से फ्रस्टेटेड राहुल गांधी भारत की मेक इन इंडिया की महत्वाकांक्षा को ठेस पहुंचाने को कोई भी तरीका नहीं छोड़ रहे हैं.
A man who seeks international intervention in India’s internal matters, a frustrated dynast who sullies the ‘Make in India’ ambition mocks India when our PM receives a National honour. Rejected by people, he seethes as defence contracts no longer land at the doorstep of dynasty. https://t.co/OcpTPd7gdy
— Smriti Z Irani (@smritiirani) July 15, 2023
क्या बोले थे राहुल गांधी?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी के फ्रांस के दौरे पर तंज कसा था और कहा था कि मणिपुर जला तो इसकी चर्चा ईयू संसद तक में हो गई. लेकिन फ्रांस के दौरे पर गए पीएम मोदी ने इस पर एक शब्द भी नहीं कहा. साथ ही उन्होंने पीएम पर तंज कसते हुए कहा कि राफेल ने उनको बैस्टिल डे परेड का टिकट दिला दिया.
Manipur burns. EU Parliament discusses India’s internal matter.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) July 15, 2023
PM hasn’t said a word on either!
Meanwhile, Rafale gets him a ticket to the Bastille Day Parade.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को फ्रांस की अपनी दो दिवसीय यात्रा पर राष्ट्रपि इमैनुअल मैक्रों के न्यौते पर पहुंचे थे. यहां पर उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रीय दिवस जिसको बैस्टिल डे परेड कहते हैं में विशिष्ट अतिथि की हैसियत से भाग लिया. इसके अलावा भारत और फ्रांस ने शुक्रवार (14 जुलाई) को कहा था कि वे स्वतंत्र, मुक्त, समावेशी और सुरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अस्तित्व में विश्वास करते हैं और संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करते हुए इस रणनीतिक क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक एक संतुलित और स्थिर सरकार कायम करना चाहते हैं.