Smriti Irani Interview: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर हैं. इसी बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरुवार (22 जून) को एबीपी न्यूज से पीएम मोदी की यात्रा की अहमियत, समझौते, यूएस में रह रहे भारतीय और मणिपुर हिंसा पर विपक्ष के आरोपों सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर बात की. 


महिला एवं बाल विकास कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि हमारी साझेदारी अमेरिका के साथ बढ़ रही है. उन्होंने बताया कि हमारे देश से जो भी विदेश में पढ़ने जाते हैं उसमें से 20 फीसदी यूएस में पढ़ रहे हैं. जीई एरोस्पेस ने एचएएल के साथ भारत में फाइटर जेट को लेकर समझौता भी किया. इसके अलावा 2020 में यूएस ने 51 बिलियन डॉलर हिंदुस्तान में निवेश किया. 


उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ सहयोग पर्यावरण और शिक्षा से लेकर हर क्षेत्र में हो रहा है. मुझे लगता है कि भारत के यूएस के साथ रिश्ते और मजबूत हो. 


भारत और यूएस के रिश्ते पर क्या कहा?
भारत और यूएस के रिश्ते के सवाल पर स्मृति ईरानी ने कहा, ''विश्व को स्वीकार करना पड़ रहा है कि अगर आप तकनीक को नए रूप में परिभाषित करना चाहते हैं तो आप हिंदुस्तान को अनदेखा नहीं कर सकते. कोरोनाकाल में इसका सबको आभास हो गया. हमने अपने देश के लोगों के अलावा वैक्सीन 160 देशों को दी. ये सब तकनीक के कारण संभव हो पाया.''


उन्होंने कहा कि आपने योग दिवस के दौरान देखा होगा कि 130 देशों के प्रतिनिधि पीएम मोदी के साथ आए. एक समय पर देशों को सपेरों का देश का कहा जाता था लेकिन अब हिंदुस्तान को टाइगर के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है. 


रूस और यूक्रेन युद्ध पर क्या कहा?
रूस और यूक्रेन पर पीएम मोदी के शांतिपूर्ण तरीके से इसे निपटाने के बयान पर स्मृति ईरानी ने कहा कि हमने नौ साल के कार्यकाल में बार-बार प्रमाणित किया है कि हम ऐसा राष्ट्र है जो कि हिंसक स्वरूप में विश्व के सामने नहीं आया. दोनों देश में जब युद्ध विराम हुआ तो हमने दूसरे देश के लोगों को भी बचाया. 


विपक्षी दलों पर क्या कहा?
मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर पीएम मोदी पर विपक्ष के लगाए आरोपों पर स्मृति ईरानी ने कहा कि उनके (पीएम मोदी) दौरे को एक राजनीतिक टूर के तौर पर मत देखिए. वो भारत के प्रधानमंत्री होने के नाते अमेरिका गए हैं. विपक्ष से उम्मीद ही यह है कि वो लगातार हमले करेगा, लेकिन इनसे ही उनकी काबिलियत पता चलती है कि वो अकेले नहीं लड़ सकते. इस कारण एक दूसरे में सहारा खोज रहे हैं. 






दरअसल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार (22 जून) को आरोप लगाया कि मणिपुर के मामले पर सर्वदलीय बैठक ऐसे समय में बुलाई गई है जब पीएम मोदी देश में नहीं हैं जिससे स्पष्ट है कि उनके लिए यह बैठक महत्वपूर्ण नहीं है. बाता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिंसा प्रभावित मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए 24 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. 


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