Punjab Election 2022: पीएम की सुरक्षा में चूक पर भड़कीं स्मृति ईरानी, पूछा- क्यों पंजाब सीएम ने दी प्रियंका गांधी को सिक्योरिटी प्रोटोकॉल की ब्रीफिंग
Election 2022: पीएम ने फिरोजपुर से वापस आते वक्त बठिंडा एयरपोर्ट पर अधिकारियों से कहा था कि अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहना कि मैं ज़िंदा वापस बठिंडा लौट आया.
Prime Minister Security Breach: पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले में हुई सुरक्षा चूक पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आज दिल्ली में प्रेस कांफ्रेस आयोजित कर पंजाब के मुख्यमंत्री और हाईकमान से दो सवाल पूछे हैं. उन्होंने पूछा कि आखिर क्यों पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने पीएम के सुरक्षा प्रोटोकॉल और उसके उल्लंघन के बारे में एक नागरिक (प्रियंका गांधी वाड्रा) को जानकारी दी? उन्होंने कहा कि आखिर क्यों वह नागरिक जो कि गांधी परिवार का हिस्सा है इस मामले को जानने में दिलचस्पी रखती हैं.
इसके बाद केंद्रीय मंत्री ईरानी ने सीधे कांग्रेस आलाकमान को लक्ष्य करते हुए कहा कि मैं कांग्रेस आलाकमान से अपने सवाल को दोहराती हूं कि आखिर क्यों पंजाब में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार की सक्रिय मिलीभगत के कारण प्रधानमंत्री के सुरक्षा उपायों को जानबूझकर तोड़ा गया ? आखिर कांग्रेस में किसने पीएम की सुरक्षा को भंग कर उसका फायदा उठाना चाहा ?
Why did the Punjab CM brief a private citizen (Priyanka Gandhi Vadra) on the PM's security protocol and the breach? Why is the private citizen, who is a part of the Gandhi family, an interested party?: Union Minister Smriti Irani pic.twitter.com/v5xhiH8z6n
— ANI (@ANI) January 12, 2022
पिछले हफ्ते पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई थी चूक
दरअसल पिछले हफ्ते ही प्रधानमंत्री की सुरक्षा में भारी चूक हुई थी. प्रधानमंत्री को फ़िरोज़पुर के रास्ते में शहीद स्मारक जाते वक्त प्यारेआना गांव में 20 मिनट तक इंतज़ार के बाद वापस लौटना पड़ा था. पीएम ने वापस आते वक्त बठिंडा एयरपोर्ट (Bathinda Airport) पर अधिकारियों से कहा था कि अपने मुख्यमंत्री को धन्यवाद कहना कि मैं ज़िंदा बठिंडा लौट आया.
प्रदर्शनकारियों ने रोका था प्रधानमंत्री का काफिला
दरअसल, जब पीएम का क़ाफ़िला खुली सड़क पर प्रदर्शनकरियों के सामने बेबस था तब वहां स्थानीय पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच दोस्ताना माहौल चल रहा था. पुलिसकर्मी वहां प्रदर्शनकारियों की चाय पी रहे थे और उनकी दिलचस्पी क़तई रूट साफ कराने की नहीं थी. ऐसे में कोई भी मौक़े का लाभ उठा कर पीएम की जान के लिए ख़तरा पैदा कर सकता था. जहां ये घटना हुई वो जगह पाकिस्तान सीमा से मात्र 15 किलोमीटर की दूरी पर है और पाकिस्तान की नज़र सदा इस सीमाई राज्य पर आतंक फ़ैलाने में लगी रहती है.