नई दिल्ली: कांग्रेस और बीजेपी के बीच डाटा साझा करने के मुद्दे पर वाकयुद्ध जारी रहने के बीच राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बिग बॉस करार दिया जो भारतीयों की जासूसी करवाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मोदी का नमो एप गोपनीय रूप से आडियो, वीडियो, आपके दोस्तों और परिवार के संपर्क रिकॉर्ड कर रहा है और जीपीएस के जरिये आपके पते-ठिकाने को जान रहा है. वह बिग बॉस हैं जो भारतीयों की जासूसी करना चाहता हैं.’’


अब इसपर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पलटवार किया है. स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया, ‘‘ये क्या राहुल गांधी जी, लगता है कि आप जो कहते हैं उसके विपरीत आपकी टीम काम करती है. नमो एप को डिलीट करने के बजाए उन्होंने कांग्रेस एप को डिलीट कर दिया है.’’





स्मृति ईरानी ने कहा, ‘‘अब जब हम प्रौद्योगिकी की बात कर रहे हैं तो क्या आप जवाब देंगे राहुल गांधी जी कि कांग्रेस डाटा सिंगापुर के सर्वरों में क्यों भेजती है जिसे कोई भी टॉम, डिक या एनालिटिका हासिल कर सकता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी जी छोटा भीम भी जानता है कि एप पर सामान्य रूप से मांगी गई अनुमति का मतलब जासूसी नहीं होता.’’ केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘आदरणीय राहुल गांधी जी नमो एप का धन्यवाद जो आपको कम से कम एनसीसी के बारे में पता चला.’’





प्रधानमंत्री के आधिकारिक एप से उपयोगकर्ताओं की सहमति के बिना डाटा साझा करने के आरोप सामने आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर कहा कि नमो एप ने गोपनीय रूप से आडियो, वीडियो, सम्पर्क किया और जीपीएस के जरिये पता-ठिकाना तक जान लिया. राहुल गांधी ने ‘डिलीट (हटाओ) नमो एप’ हैशटैग के साथ किये ट्वीट में कहा, ‘‘अब वह हमारे बच्चों के बारे में डाटा चाहते हैं. 13 लाख एनसीसी कैडेटों को एप डाउनलोड करने के लिए मजबूर किया गया. ’’


कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट में कहा, ‘‘मोदी लाखों भारतीयों के डाटा के साथ प्रधानमंत्री पद का दुरूपयोग सरकार द्वारा प्रोत्साहित नमो एप के जरिये अपना व्यक्तिगत डाटाबेस बनाने के लिए कर रहे हैं. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘यदि प्रधानमंत्री भारत के साथ प्रौद्योगिकी के जरिये संवाद करना चाहते हैं तो कोई समस्या नहीं है. लेकिन क्या इसके लिए आधिकारिक पीएमओ एप का इस्तेमाल किया जाएगा. डाटा का सम्बन्ध भारत से है, मोदी से नहीं.’’ राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए भाजपा की आईटी शाखा के प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के एप के डाटा को उनके सिंगापुर के मित्रों के साथ साझा किया जाता है.