Smriti Irani On Manipur Violence: मणिपुर हिंसा को लेकर सोमवार (24 जुलाई) को मानसून सत्र के तीसरे दिन भी संसद (Parliament) के दोनों सदनों में हंगामा जारी रहा. विपक्षी दल इस मामले पर चर्चा और सदन में पीएम मोदी (PM Modi) के बयान की मांग कर रहे हैं. विपक्ष पर पलटवार करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आरोप लगाया कि सरकार चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष ही भाग रहा है.
स्मृति ईरानी ने कहा कि मैं देश के सभी लोगों के ध्यान में लाना चाहती हूं कि देश की संसद में आज गृह मंत्री अमित शाह ने बार-बार कहा कि वो देश के गृह मंत्री होने के नाते कह रहे हैं कि वो हर तरह की चर्चा के लिए तैयार हैं. गृह मंत्रालय मणिपुर में आंतरिक सुरक्षा पर दोनों सदन में चर्चा के लिए तैयार है.
"गृह मंत्री जवाब देने को तैयार"
उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय की ओर से मणिपुर में कानून व्यवस्था के संदर्भ में देश के गृह मंत्री दोनों सदनों में चर्चा के लिए तैयार हैं. हम अचंभित हैं कि विपक्ष मणिपुर पर चर्चा से भाग रहा है. देश में राष्ट्रीय मुद्दों पर हम संसद में चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन प्रश्न ये उठता है कि जब संसद में संबंधित मंत्री जवाब देने को तैयार हैं तो विपक्ष क्यों भाग रहा है.
स्मृति ईरानी ने कहा कि मैं विपक्ष से अपील करती हूं कि इसपर चर्चा होने दें. देश की जनता हमें यहां इसलिए चुनकर भेजती है ताकि हम गंभीर मुद्दों पर चर्चा कर सकें. उन्होंने कहा कि कांग्रेस मणिपुर पर चर्चा से भाग रही है क्योंकि वे जानते हैं कि उन्हें अपने राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर जवाब देना होगा.
लोकसभा में अमित शाह ने क्या कहा?
इससे पहले लोकसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं सदन में चर्चा के लिए तैयार हूं, लेकिन मुझे ये नहीं मालूम कि विपक्ष चर्चा क्यों नहीं होने देना चाहता. मेरा विपक्ष के नेताओं से आग्रह है कि संवेदनशील मुद्दे पर चर्चा होने दें.
हंगामे के कारण संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही मंगलवार तक स्थगित कर दी गई है. बता दें कि, मणिपुर में बीती तीन मई को आरक्षण की मांग को लेकर कुकी और मैतई समुदाय के बीच जातीय हिंसा भड़क गई थी.
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