नई दिल्ली: महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी के जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ सोमवार को विचार-विमर्श के बाद केंद्र ने घोषणा की कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए योजना बना रहा है कि देश के सभी थानों में फॉरेंसिक किट उपलब्ध कराई जाए. पिछले कुछ वर्षों में देश भर में जिला प्रशासन और पुलिस स्टेशनों को 14,000 किट वितरित किए गए हैं. ईरानी ने कहा कि केंद्र सरकार का विचार है कि देश के सभी थानों में फॉरेंसिक किट उपलब्ध कराई जाए, ताकि यौन हिंसा के मामलों की उचित जांच हो सके.
100 जिलों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श हुआ
महिला और बाल विकास मंत्रालय ने सोमवार को 112 जिलों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ देश में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों की उच्चतम दर वाले 100 जिलों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श किया. अधिकारियों ने NALSA, NIMHANS और ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (BPR & D) के प्रतिनिधियों के साथ पोशन अभियान, मिशन शक्ति और मिशन वात्सल्य पर भी विचार-विमर्श किया.
स्मृति ईरानी ने कही ये बड़ी बात
रेप जांच किट को तत्काल जांच करने और यौन उत्पीड़न और रेप के मामलों में सबूत जुटाने के अभ्यास में सहायता करने के लिए डिजाइन किया गया है. ईरानी ने कहा कि मंत्रालय यह देखेगा कि निर्भया फंड का इस्तेमाल पुलिस स्टेशनों के लिए इन किटों की खरीद में कैसे किया जा सकता है. उन्होंने आगे कहा कि NIMHANS ने देश के किसी भी हिस्से में जिला-विशिष्ट मुद्दों के लिए समाधान प्रदान करने की पेशकश की है.
बीपीआरएंडडी के महानिदेशक वीएसके कोमुदी ने कहा कि गृह मंत्रालय ने फॉरेंसिक किट को जिला और उप-प्रभाग स्तर पर ले लिया था, लेकिन यह सुनिश्चित करने का पहला प्रयास है कि देश के हर पुलिस स्टेशन में ऐसा एक किट हो. उन्होंने कहा कि पहले इस पैमाने पर इसकी आपूर्ति नहीं की गई थी. ईरानी ने कहा कि मंत्रालय यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि देश भर के जिलों में स्थापित मानव तस्करी विरोधी इकाइयों को भी इन फॉरेंसिक किट से लैस किया जाए.
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