कश्मीर घाटी में तकनीकी गड़बड़ी से SMS सेवा पर पड़ा असर, चार महीने बाद हुई है बहाल
कश्मीर घाटी में करीब चार महीने से बंद मोबाइल एसएमएस सेवा फिर से शुरू हो गई. सेवाओं के शुरू होने के बाद इसमें कुछ तकनीकी अड़चनें आईं जिस वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा.
श्रीनगर: नववर्ष के पहले दिन कश्मीर में एसएमएस सेवा बहाल करने की घोषणा घाटी के निवासियों के लिए खुशखबरी थी, लेकिन तकनीकी अड़चन की वजह से सभी नेटवर्क पर इसके काम नहीं करने से लोग मैसेज नहीं भेज पाए. घाटी में कई लोगों की शिकायत रही कि बीएसएनएल सहित कुछ ही नेटवर्क प्रदाताओं पर एसएमएस सेवा काम कर रही है .
श्रीनगर के पुराने क्षेत्र के एक निवासी उमर भट ने कहा, ‘‘हम केवल बीएसएनएल नंबरों पर ही एसएमएस भेज या प्राप्त कर सकते हैं. मेरे पास एयरटेल या दूसरे जो नंबर हैं उसपर ये काम नहीं कर रहे.’’
भट ने कहा कि वह घाटी के बाहर के अपने रिश्तेदारों और दोस्तों को एसएमएस भेजना चाहते थे लेकिन बीएसएनएल वाले नंबर से ही ऐसा हो पाया .
उन्होंने कहा, ‘‘कल सरकार ने आधी रात से सेवाओं की बहाली की घोषणा की थी. हम सेवाओं के बहाल होने का इंतजार कर रहे हैं. लेकिन कुछ ही नेटवर्क पर काम करने से निराशा हुई.’’
शहर में डलगेट इलाके के निवासी मोहम्मद इश्तियाक ने सरकार की घोषणा को क्रूर मजाक बताया. उन्होंने कहा, ‘‘यह लोगों के साथ क्रूर मजाक है. जोर-शोर से घोषणा की गयी लेकिन पूरी तरह सेवा बहाल नहीं हो पायी है.’’
कुछ लोगों ने बताया कि कई बार प्रयास के बाद वे किसी खास नंबर पर संदेश भेज पाए या उन्हें संदेश मिला .
जुल्फिकार अहमद मीर ने कहा, ‘‘कई बार प्रयासों के बाद मैसेज जा रहा वो भी कुछ ही नंबरों पर. मेरे पास जियो का नंबर है और मेरे नंबर से भाई के नंबर पर तो मैसेज गया लेकिन पिता के नंबर पर नहीं गया.’’
मीर ने कहा, ‘‘नववर्ष पर यह खुशखबरी थी. लेकिन दिक्कतों से लोगों को नाखुशी हुई. उम्मीद करते हैं कि जल्द ही इसे सुलझा लिया जाएगा और सेवा पूरी तरह बहाल हो जाएगी. ’’
एक निजी सेवा प्रदाता के साथ काम करने वाले अधिकारी ने कहा कि कुछ तकनीकी गड़बड़ी हुई जिससे सेवा की पूर्ण बहाली पर असर पड़ा. उन्होंने कहा, ‘‘हम इस पर काम कर रहे हैं और आशा है कि सभी नेटवर्क पर जल्द ही यह बहाल हो जाएगी.’’
पांच अगस्त को मोबाइल, फोन और इंटरनेट सेवा पर लगी थी रोक
इसी साल पांच अगस्त को मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का एलान किया था और जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांटने का एलान किया था. इसी के मद्देनजर जम्मू-कश्मीर में मोबाइल, फोन और इंटरनेट सेवा रोक दी गई थी. चार महीने बाद मंगलवार मध्यरात्रि से कश्मीर में सरकारी अस्पतालों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा और सभी मोबाइल फोन पर एसएमएस सेवा बहाल कर दी गई है. यह कदम नए साल के आगमन के साथ उठाया गया है. गुरु गोबिन्द सिंह जयंती पर गैर सिखों को करतारपुर गुरुद्वारे में नहीं मिलेगा प्रवेश
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