दिल्ली के नए कमिश्नर आज संभालेंगे चार्ज, हिंसा को लेकर दिए ये सख्त निर्देश
एसएन श्रीवास्तव सीआरपीएफ में थे और दो साल पहले वो जम्मू-कश्मीर में भी रहे थे. जम्मू कश्मीर में पोस्टिंग के दौरान घाटी में उन्होंने ऑपरेशन ऑल आउट में आर्मी का साथ दिया था.
नई दिल्लीः भारतीय पुलिस सेवा के सीनियर अधिकारी एसएन श्रीवास्तव आज दिल्ली पुलिस के कमिश्नर का कार्यकाल संभालेंगे. शुक्रवार को ही गृह मंत्रालय ने उनके नाम पर मुहर लगा दी थी. वह मौजूदा पुलिस कमिश्नर अमुल्या पटनायक की जगह लेंगे. खास बात ये है कि दिल्ली हिंसा के दौरान चंद दिन पहले ही उन्हें स्पेशल कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) नियुक्त किया गया था.
दिल्ली पुलिस के नए आयुक्त एनएन श्रीवास्तव ने दिल्ली हिंसा को लेकर अधिकारियों को कड़ा संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में यदि कोई भी व्यक्ति शांति भंग करना चाहता है तो तत्काल कड़ी कार्रवाई की जाए. पुलिस कमिश्नर ने कहा कि जनता के किसी भी फोन कॉल पर तुरंत कार्रवाई हो. पुलिस टीम तत्काल मौके पर पहुंचकर हालात के हिसाब से कार्रवाई करें. आज शाम 5:30 बजे नए पुलिस आयुक्त अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे.इससे पहले एसएन श्रीवास्तव सीआरपीएफ में थे और दो साल पहले वो जम्मू-कश्मीर में भी रहे थे. जम्मू कश्मीर में पोस्टिंग के दौरान घाटी में उन्होंने ऑपरेशन ऑल आउट में आर्मी का साथ दिया था.
एसएन श्रीवास्तव एजीएमयू काडर में 1985 बैच के अधिकारी हैं. उन्हें एक तेजतर्रार अधिकारी के तौर पर जाना जाता है. बतौर डीसीपी उन्होंने दक्षिण पश्चिम और उत्तर जिले का प्रभार संभाला था. वे दिल्ली पुलिस की ट्रैफिक डिवीजन में भी काम कर चुके हैं. वह दिल्ली पुलिस में ट्रेनिंग ब्रांच के अलावा हेड क्वार्टर शाखा भी संभाल चुके हैं.
एंटी टेरर ऑपरेशन में शामिल
इसके बाद उन्हें दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल में तैनात किया गया था. इस दौरान वह कई एंटी टेरर ऑपरेशन किए, साथ ही मशहूर मैच फिक्सिंग कांड का खुलासा भी उनके समय में ही हुआ था.
इसके बाद एसएन श्रीवास्तव सीआरपीएफ में प्रतिनियुक्ति पर चले गए थे. अपने काम के लिए मशहूर श्रीवास्तव को सीआरपीएफ में पश्चिमी जोन का एडीजी बनाया गया. इस दौरान उन्होंने सेना के साथ मिलकर आतंकवादियों के खिलाफ कई एनकाउंटर में शामिल हुए.
ऑपरेशन ऑल आउट में अहम भूमिका
साल 2017 में एसएन श्रीवास्तव ने दक्षिण कश्मीर में ऑपरेशन ऑल आउट के तहत कई ऐसे एनकाउंटर किए जिसमें हिज्बुल मुजाहिदीन समेत अनेक आतंकवादी गुटों के कई टॉप कमांडर शामिल थे.
ऑपरेशन ऑल आउट के बाद उन्हें सीआरपीएफ की ट्रेनिंग शाखा में भेज दिया गया था. यहां से उन्हें दिल्ली पुलिस में बतौर अपर विशेष आयुक्त कानून व्यवस्था के पद पर लाया गया था.