बिहार: गया के मोहनपुर प्रखण्ड के कंचनपुर उच्च विद्यालय क्वारंटीन सेंटर में सो रहे 5 वर्षीय बच्चे अंकुश राज की मौत सांप के काटने से हो गई. पीड़ित परिवार मुंबई से लौटा था और उन्हें क्वारंटीन सेंटर में पिछले 4 दिनों से रखा गया था. आनन फानन में बच्चे को सरकारी अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.


घटना के बाद क्वारंटीन सेंटर में रह रहे लोगों ने जहरीले सांप को पीट पीट कर मार डाला. मृतक के परिजनों ने सरकारी व्यवस्था पर आरोप लगाया है. मृतक के परिजनों का कहना है कि क्वारंटीन सेंटर में सोने के लिए जमीन पर सिर्फ गद्दा दिया गया था. इसलिए बच्चा जमीन पर ही सो रहा था और सांप के काटने से मौत हो गयी है.


मृतक के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. मृत बच्चे की माँ ने बताया की उसका इकलौता बेटा था, वह पिछले 4 दिन पहले आयी थी. मां ने बताया कि उसने अपने छोटे बच्चे के सुलाने के लिए मुखिया से क्वारंटीन सेंटर में किसी कमरे की व्यवस्था करने की मांग की थी.


उसका कहना है कि क्वारंटीन सेंटर में रहने वाले सभी प्रवासी छत पर सो रहे थे. इसलिए उसने अपने बच्चे को छत पर न ले जाकर सेंटर के कमरे में जमीन पर सुला दिया था. जब वह सुबह जागी तो देखा की जहरीले सांप ने उसके बच्चे को डंस लिया था. उसके शोर मचाने पर सेंटर में रह रहे लोग इकट्ठा हुए और सांप को मार डाला.


मृतक के पिता ने बताया कि क्वारंटीन सेंटर में न तो बेड की व्यवस्था है और न ही मच्छरदानी की व्यवस्था है. ऐसे में अपने बच्चे के साथ सेंटर के कमरे में सो रहे थे. प्रवासी मजदूरों को ठहरने के लिए क्वारंटीन सेंटर में बेहतर व्यवस्था की दावे और वादे की पोल खोलने के लिए यह काफी है.


घटना के बाद मोहनपुर प्रखण्ड विकास पदाधिकारी से लेकर उप-विकास आयुक्त सभी अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है. इस पर कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया है. घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने क्वारंटीन सेंटर पर आकर जमकर हंगामा किया.


यह भी पढ़ेंः
रेल मंत्री पीयूष गोयल का एलान, जल्द चलाई जाएंगी और ट्रेनें, 2-3 दिनों में काउंटर टिकट बुकिंग भी होगी
उम्पुन तूफान पर पीएम मोदी बोले- ओडिशा ने बहादुरी से मुकाबला किया, पश्चिम बंगाल के साथ खड़ा है देश