Social Media Post: सोशल मीडिया पर पोस्ट से पहले रहें सतर्क, नहीं तो खानी पड़ सकती है जेल की हवा, जानिए एक्सपर्ट की राय
Expert on Derogatory Post: एडवोकेट अली काशिफ़ खान देशमुख ने कहा कि संविधान में फ़्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन है लेकिन इसका मतलब यह नहीं होता कि आप किसी पर भी व्यक्तिगत टिप्पणी करें.

Be Careful Before Social Media Post: आज के समय में मराठी फ़िल्म अभिनेत्री केतकी चितले खूब चर्चा में हैं लेकिन चर्चा का कारण उनकी कोई लाजवाब फ़िल्म या एक्टिंग नहीं बल्कि उनका स्पेशल मीडिया पोस्ट है और उसी पोस्ट के चलते अब उन्हें जेल की हवा खानी पड़ रही है. केतकी को ठाणे पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ़्तार किया था और बुधवार को केतकी की कस्टडी खत्म हुई जिसके बाद उसे दोबारा से कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने केतकी को 14 दिन की जेल कस्टडी में भेज दिया.
केतकी के ख़िलाफ़ एक मामला मुंबई के गोरेगांव पुलिस ने भी दर्ज किया था और अब इसी जांच को आगे बढ़ाने के लिए गोरेगांव पुलिस ने ठाणे कोर्ट से केतकी की कस्टडी की मांग की जिसके बाद कोर्ट ने गोरेगांव पुलिस को केतकी की कस्टडी दे दी.
सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से पहले सोचें
ABP न्यूज ने एडवोकेट अली काशिफ़ खान देशमुख से बात की जो बतौर एक्सपर्ट बता रहे थे कि आख़िर ऐसे पोस्ट के चलते क्यों जेल की हवा खानी पड़ती है. देशमुख ने बताया कि सोशल मीडिया हमें हमारी भावना को वर्ल्डवाइड पहुंचने में मदद करता है इसी तरह अगर आप कुछ ग़लत लिखते हैं तो वो पोस्ट भी दुनिया के किसी भी कोने में बैठे शख़्स तक पहुंच सकता है.
व्यक्तिगत टिप्पणी से बचें
सोशल मीडिया पोस्ट से कब किसकी भावना को ठेस पहुंच जाए यह बताया नहीं जा सकता और इसी वजह से पोस्ट पब्लिश करने से पहले विचार करना बहुत ज़रूरी है. संविधान में फ़्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन है पर इसका मतलब यह नहीं होता कि आप किसी भी व्यक्ति पर व्यक्तिगत टिप्पणी करें या उसको बोडिशेमिंग करें. आप विचार को लेकर अपना मत रख सकते हैं पर उसे भी रखने से पहले ये सोचना होगा कि उसका बहुसंख्यक पर बुरा असर ना पड़े.
देश के किसी हिस्से में हो सकता है मामला दर्ज
सोशल मीडिया क्राइम फिजिकल क्राइम से भी ज़्यादा तकलीफ़ देता है. अगर किसी ने किसी को मारा, चोरी की या अन्य कोई क्राइम किया तो उसके लिए उसी इलाक़े की पुलिस जांच करेगी और सजा दिलवाएगी, पर यहां सोशल मीडिया पर किए गए क्राइम में आपका कोई इलाक़ा नहीं होता. ऐसे में आपके ख़िलाफ़ भारत के किसी भी हिस्से की पुलिस मामला दर्ज कर सकती है और पूरे भारत में कितने भी मामले दर्ज हो सकते हैं और ऐसे में आपको कई पुलिस स्टेशन के चक्कर एक के बाद एक लगाने पड़ सकते हैं.
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क्या था मामला?
आपको बता दें केतकी चितले पर आरोप है कि उसने NCP (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के प्रमुख शरद पवार के ख़िलाफ़ अपमानजनक पोस्ट सोशल मीडिया पर किया था जिसके बाद अलग अलग समुदाय के लोगों ने अपने अपने इलाक़े में इस बात की शिकायत पुलिस को की थी और फिर पुलिस ने केतकी के ख़िलाफ़ मामले भी दर्ज किए. केतकी के ख़िलाफ़ महाराष्ट्र के अलग अलग पुलिस स्टेशन में क़रीब 10 मामले दर्ज हैं.
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