कोलकाता: 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आईटी सेल का पुनर्गठन कर सोशल मीडिया पर मौजूदगी बढ़ाने का फैसला किया है. दोनों पार्टियां पिछले कुछ सालों से एक दूसरे पर निशाना साधती रही हैं और अब इस जंग को सोशल मीडिया तक ले जाने की योजना है. पश्चिम बंगाल में लोकसभा की 42 सीटें हैं जिनमें से टीएमसी के पास 34 और बीजेपी के पास केवल दो सीटें हैं.


टीएमसी पिछले कुछ महीनों से पार्टी की युवा इकाई के अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में पार्टी की डिजिटल सेल को मजबूत करने में लगी है. टीएमसी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरक ओ ब्रायन और अभिषेक बनर्जी ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया के मंचों पर सक्रिय हैं और डिजिटल क्षेत्र में बीजेपी का सामना कर रहे हैं.

पार्टी की नजरूल मंच पर 10 सितम्बर को एक डिजिटल कॉनक्लेव आयोजित करने की तैयारी है जहां अभिषेक बनर्जी आईटी सेल के सदस्यों, मंत्रियों और युवा कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे.

टीएमसी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ''इस कॉनक्लेव के दौरान मंत्रियों को लोगों के साथ सीधे जुड़ने के लिए ट्विटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया मंचों पर और अधिक सक्रिय होने के निर्देश दिये जायेंगे. बीजेपी के ज्यादातर मंत्री सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं लेकिन उनकी तुलना में हमारे कुछ ही मंत्री और पार्टी नेता सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं. यह संख्या बढ़ानी होगी.''

पार्टी ने राज्य के 42 लोकसभा क्षेत्रों में लोगों तक पहुंच बनाने के लिए 40 हजार से अधिक युवाओं को सोशल मीडिया के इस्तेमाल के लिए ट्रेनिंग देने का फैसला किया है. पार्टी का लक्ष्य 10 हजार व्हाट्सएप ग्रुप बनाना है जिसमें प्रत्येक में 256 सदस्य होंगे जो राज्य सरकार के विकास कार्यों और केन्द्र की बीजेपी सरकार की 'जन विरोधी' नीतियों के बारे में लोगों को जागरूक करेंगे.

टीएमसी के मीडिया प्रकोष्ठ के संयुक्त संयोजक दीप्तांशु चौधरी ने कहा है कि पार्टी न केवल ट्विटर, फेसबुक और व्हाट्सएप का इस्तेमाल करने वालों की संख्या बढ़ाने पर नजर रख रही है बल्कि मैसेंजर, माइक्रोब्लागिंग साइट, ई-मेल और इंस्टाग्राम जैसे मंचों पर भी संख्या बढ़ाना चाहती है.

भाजपा भी है पूरी तैयारी में

टीएमसी के सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ाने के प्रयास किये जाने के साथ ही पश्चिम बंगाल बीजेपी यूनिट भी इसमें पीछे नहीं रहना चाहती है. बीजेपी के प्रमुख अमित शाह का लक्ष्य 22 से अधिक सीटों पर जीत दर्ज करना है और पार्टी को उम्मीद है कि सोशल मीडिया इसमें अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा.

अमित शाह ने इस साल जून में अपनी यात्रा के दौरान क्षेत्रों में जाने के साथ ही सोशल मीडिया के जरिये लोगों तक अपनी पहुंच बनाने के लिए एक रणनीति तैयार की थी. शाह ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि वे राज्य में टीएमसी सरकार का मुकाबला करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल एक उपकरण की तरह करें और मोदी सरकार की जन समर्थक नीतियों का प्रचार करें.

बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा है कि बीजेपी पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की 'तुष्टिकरण की नीतियों' और 'भारी कुशासन' के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए सोशल मीडिया का प्रभावशाली ढंग से इस्तेमाल करेगी. मालवीय ने कहा कि पार्टी की योजना है कि सोशल मीडिया मंचों पर टीएमसी सरकार की 'विफलताओं' और बीजेपी की जन समर्थक नीतियों को प्रचारित किया जाये.

राज्य बीजेपी के महासचिव सायंतन बसु ने कहा है कि फेसबुक पेज और व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का काम पहले ही शुरू हो चुका है और हमें उम्मीद है कि यह काम जल्द ही खत्म हो जायेगा.