सॉफ्टवेयर इंजीनियर को बिरयानी ऑर्डर करना पड़ा महंगा, साइबर ठगों ने उड़ाए 50 हजार रुपये
तकनीक का ज्ञाता खुद साइबर ठगों के झांसे में आकर 50 हजार रुपये गंवा बैठा. सॉफ्टवेयर इंजीनियर को डिलिवरी फूड एप पर चिकन बिरयानी के बदले धोखा मिला.पुलिस ने आईटी एक्ट और आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
तेलंगाना: हैदराबाद में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को बिरयानी का ऑर्डर करना महंगा पड़ गया. साइबर ठगों ने उसके खाते से 50 हजार रुपये की अवैध निकासी कर ली. सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने चिकन बिरयानी के लिए डिलिवरी एप जोमैटो से ऑर्डर किया था. मगर उसे क्या पता था कि 200 रुपये कीमत का ऑर्डर उसे 50 रुपये की चपत लगा देगा. ठगी के शिकार सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने साइबर क्राइम पुलिस से शिकायत की. पुलिस ने आईटी एक्ट और आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
'फिशिंग पेज' के जरिए ठगी का शिकार हुआ सॉफ्टवेयर इंजीनियर
रहमत नगर निवासी सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने चिकन बिरयानी का ऑर्डर करने के लिए इंटरनेट पर मौजूद एक नंबर डायल कर किया. उसने इंटरनेट पर मिले नंबर को डिलिवरी फूड एप का कस्टमर केयर नंबर समझा. लेकिन हकीकत में ये कस्टमर केयर का नंबर नहीं था बल्कि 'फिशिंग पेज' था. जिसके चलते इंजीनियर साइबर ठगों के जाल में फंसता चला गया. उसे दो दिन बाद चिकन बिरयानी का पार्सल मिलने के बजाय 'सांबर राइस' का पैकेट मिला. गलत पैकेट पाकर इंजीनियर ने जोमैटो कस्टमर केयर का नंबर इंटरनेट पर तलाशा. फिर नंबर डायल कर उसने अपने साथ होने वाली घटना के बारे में बताया.
200 रू चिकन बिरयानी के ऑर्डर के बदले 50 हजार रुपये की ठगी
मगर यहां भी साइबर ठग फोन के दूसरी तरफ मौजूद थे. शिकायत पर ठगों ने पहले तो उसे शांत करने की कोशिश की फिर रकम वापस करने का भरोसा दिलाया. इसी दौरान उन्होंने उससे पेटीएम अकाउंट की जानकारी ले ली. अकाउंट की जानकारी होने पर ठगों ने उसे चंद बातों पर अमल करने को कहा. फिर धीरे-धीरे उसे 'रिफंड प्रोसेस' की तरफ साइबर ठग ले गये. जब उनके 'प्रोसीड टू पे' मैसेज तक पहुंचे पर इंजीनियर ने भी ऐसा ही किया. ये सोचकर कि ये पैसा तो उसे ही मिलेगा. इस दौरान ठगों ने बताया कि एक गलती हो गई है. उन्होंने तीन बार इसी तरह की प्रक्रिया अपनाने की इंजीनियर को सलाह दी. मगर तीसरी बार के बाद उसने पाया कि उसके अकाउंट से 50 हजार की निकासी कर ली गई है.
असम: हेमंत बिस्वा सरमा बोले- सरकार नहीं चलाएगी मदरसे और संस्कृत आश्रम, स्कूलों में बदला जाएगा