Solar Eclipse 2024: फोन से खींचना चाहते हैं सूर्य ग्रहण की फोटो तो हो जाएं अलर्ट! NASA ने जारी की ये वॉर्निंग
NASA Warning For Solar Eclipse: अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने इस बात को लेकर आगाह किया है कि अगर बिना किसी इक्लिप्स सिक्योरिटी के स्मार्टफोन से सूर्यग्रहण की तस्वीर लेते हैं तो फोन खराब हो सकता है.
NASA Warning on Solar Eclipse : आठ अप्रैल को होने वाले पूर्ण सूर्य ग्रहण 2024 को लेकर अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा ने महत्वपूर्ण चेतावनी दी है. अगर आप सूर्य ग्रहण को लेकर एक्साइटेड हैं और अपने स्मार्टफोन से इस दुर्लभ खगोलीय घटना की फोटो क्लिक करना चाहते हैं तो आपको सावधान हो जाना चाहिए. दरअसल फेमस यूट्यूबर मार्कस ब्राउनली ने अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट किया.
इस पोस्ट में उन्होंने लिखा है, ''आज तक मुझे इस बात जवाब नहीं मिला कि स्मार्टफोन से सूर्य ग्रहण की फोटो लेने से क्या फोन का कैमरा सेंसर खराब हो सकता है?'' मार्कस के इस पोस्ट पर नासा की तरफ से हैरान करने वाला जवाब दिया गया.
क्या कहना है नासा का?
मार्कस को रिप्लाई करते हुए नासा ने अपने फोटो डिपार्टमेंट का हवाला देते हुए लिखा, "स्मार्टफोन के कैमरे से सूर्य ग्रहण की फोटो लेने से कैमरा सेंसर खराब हो सकता है." नासा ने फोन के कैमरा सेंसर को सेफ रखने का तरीका भी बताया.
We asked our @NASAHQPhoto team, and the answer is yes, the phone sensor could be damaged just like any other image sensor if it’s pointed directly at the Sun. This is especially true if you’re using any sort of magnifying lens attachment on the phone. You would need to utilize…
— NASA (@NASA) April 4, 2024
नासा ने कहा कि सूर्य ग्रहण की खतरनाक रेंज से कैमरा सेंसर को बचाने के लिए लेंस के आगे इकलिप्स ग्लास जरूर लगाना चाहिए. इससे आपका फोन पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा.
क्या है पूर्ण सूर्य ग्रहण?
ग्रहण एक खास वक्त होता है जब सूर्य और चंद्रमा के उस हिस्से को भी देखा और जा सकता है, जो अमूमन नजर नहीं आता. 8 अप्रैल को एक दुर्लभ खगोलीय घटना देखने को मिलेगी. एक पूर्ण सूर्य ग्रहण उत्तरी अमेरिका में लगेगा. मेक्सिको के तट से होते हुए अमेरिका और कनाडा तक यह ग्रहण लगेगा.
सूर्य और पृथ्वी के बीच में चंद्रमा के आने से ग्रहण लगता है. इससे चंद्रमा की छाया धरती पर पड़ती है. जहां यह छाया पड़ती है उस दौरान दिन में रात जैसा नजारा हो जाता है. पृथ्वी पर हर 18 महीने में कहीं न कहीं यह घटना होती है.
8 अप्रैल को होने वाला ग्रहण बड़ी मात्रा में आबादी वाली भूमि से गुजर रहा है. इस कारण वैज्ञानिकों का इसपर विशेष ध्यान है. इसके लिए वैज्ञानिकों ने खास तैयारी भी की है और जंगलों तथा चिड़ियाघरों में जानवरों की गतिविधियों और आवाज को रिकॉर्ड किया जाएगा.
लॉन्च किए जाएंगे तीन रॉकेट
ग्रहण के दौरान फ्लोरिडा में एम्ब्री रिडल एयरोनॉटिकल यूनिवर्सिटी में आरोह बड़जात्या ग्रहण से सैकड़ों किमी की दूरी पर रॉकेट लॉन्च करेंगे. नासा की एक फैसिलिटी से वह 18 मीटर लंबे तीन रॉकेट वह अंतरिक्ष में छोड़ेंगे. इन्हें साउंडिंग रॉकेट कहा जाता है. ग्रहण के दौरान यह ग्रह के वातावरण में परिवर्तन की निगरानी करेंगे.
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