नई दिल्ली: दिल्ली-यूपी गाजीपुर बॉर्डर पर देर रात भी हलचल देखने को मिली. गाजीपुर बॉर्डर से जो कुछ किसान आस पास चले गए थे वो दोबारा वापस आ गए. वे नारेबाजी करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के पास पहुंचे. जो लोग यहां वापस आए और जो मौजूद हैं उनका दावा है कि शुक्रवार को यहां हजारों की भीड़ इकट्ठा हो जाएगी.


किसानों के पहुंचने की कितनी संभावना है?


किसानों का दावा है कि यहां हजारों की भीड़ हो जाएगी लेकिन इसकी संभावना कम दिखती है. गाजीपुर बॉर्डर के आस पास के इलाकों को पूरी तरह से बैरिकेड से घेर दिया गया है. प्रशासन की कोशिश है कि यहां आने से किसानों को रोका जाए. हालांकि, गाजीपुर बॉर्डर पर मौजूद किसानों का कहना है कि किसान दिल्ली की तरफ कूच करने लगे हैं.


आज रात कार्रवाई नहीं करेगी पुलिस


इस बीच सूत्रों ने बताया कि आज रात पुलिस गाजीपुर बॉर्डर पर मौजूद किसानों के ऊपर किसी तरह की कार्रवाई नहीं करेगी. शुक्रवार को पुलिस और प्रशासन के शीर्ष अधिकारी संभवत: गाजीपुर बॉर्डर पहुंचेंगे और आगे की रणनीति तय होगी.


इससे पहले गाजियाबाद के एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह राकेश टिकैत से मिलने पहुंचे और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली. दो डॉक्टर्स भी पहुंचे थे जिन्होंने बताया कि राकेश टिकैत का बीपी थोड़ा बढ़ा हुआ है.


जब तक कानून वापस नहीं होता, नहीं हटेंगे- राकेश टिकैत


एबीपी न्यूज़ से बातचीत करते हुए भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक तीनों कृषि कानूनों को सरकार वापस नहीं लेती है तब तक वे आंदोलन जारी रखेंगे और यहां से नहीं हटेंगे. उन्होंने कहा कि किसानों के साथ गद्दारी हुई है और सरदारों को बदनाम करने की कोशिश हुई है. सरदार यहां से कलंक लेकर वापस नहीं जाएंगे. इसी दिल्ली से इंसाफ मिलेगा.


तस्वीरें: किसान आंदोलन के बीच गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस की भारी तैनाती, राकेश टिकैत धरना स्थल से हटने को तैयार नहीं