राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के क्षेत्र में शुक्रवार की शाम को उस वक्त मौसम सुहाना हो गया जब कई जगहों पर हल्की बूंदा-बांदी से शुरुआत हुई और बाद में जोरदार बारिश हुई. ये बारिश अभी भी हो रही है. पिछले कई दिनों से राजधानी के लोगों को बारिश का इंतजार है ताकि इस झुलसा देनेवाली गर्मी से राहत मिल पाए.


इससे पहले भारतीय मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया कि शुक्रवार को बारिश के साथ आंधी आ सकती है. मौसम विभाग की तरफ से कहा गया है कि शनिवार को भी आसमान में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश हो सकती है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा था- दिन में आंशिक रूप से बादल छाने के साथ ही कुछ स्थानों पर लू चलने का अनुमान है. वहीं, धूल भरी आंधी या गरज के साथ छींटे पड़ने के साथ ही शाम या रात को तेज हवाएं चलने के साथ हल्की बारिश हो सकती है.






मौसम विभाग के अनुसार, शहर में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री कम 27.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. सुबह साढ़े आठ बजे हवा में आर्द्रता का स्तर 25 प्रतिशत रहा.


उसने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो 2012 के बाद जुलाई में दर्ज किया गया सर्वाधिक तापमान था. न्यूनतम तापमान 31.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. आईएमडी ने कहा कि शहर में सात जुलाई तक मानसून आने की ‘‘कोई संभावना’’ नहीं है.


इधर, दक्षिण पश्चिमी मॉनसून के आगमन के लगभग एक महीने बाद भी केरल में अब तक बेहद कम बारिश हुई है. भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से यह जानकारी दी गई. गौरतलब है कि देश में मॉनसून केरल के रास्ते ही प्रवेश करता है.

विभाग ने कहा कि एक जून से 30 जून के बीच, राज्य के 14 में से 13 जिलों में कम वर्षा हुई है और केवल एक जिले में सामान्य बरसात हुई है. इस दौरान पड़ोसी केंद्र शासित क्षेत्र लक्षद्वीप और माहे में भी कम बारिश हुई. मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि देश में जुलाई में मॉनसून सामान्य रहने का अनुमान है.


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