तेलंगाना में बेटे के लिए 1400 किलोमीटर स्कूटी चलाने वाली रजिया बेगम का बेटा यूक्रेन में फंसा
रजिया 6 अप्रैल 2020 को पुलिस की इजाजत लेकर अकेले ही स्कूटी से आंध्र प्रदेश के नेल्लोर के लिए निकल गईं थी और लगातार स्कूटी चलाकर अपने बेटे को वापस लेकर तेलंगाना लौटीं थी.
![तेलंगाना में बेटे के लिए 1400 किलोमीटर स्कूटी चलाने वाली रजिया बेगम का बेटा यूक्रेन में फंसा Son of Razia Begum, who drives 1400 km scooty for son in Telangana, trapped in Ukraine तेलंगाना में बेटे के लिए 1400 किलोमीटर स्कूटी चलाने वाली रजिया बेगम का बेटा यूक्रेन में फंसा](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/03/05/fef68928843bd5e223aec775bb26a559_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
कोरोना वायरस के दौरान अपने बच्चे को लाने के लिये 1400 किलोमीटर स्कूटी चलाने वाली मां रजिया बेगम का बच्चा एक बार फिर फंस गया है. दरअसल वह यूक्रेन के सूमी में एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है लेकिन रूस के यूक्रेन पर हमला करने के कारण वहां पर वह फंस गया है लेकिन वह टेलीफोन के जरिये अपने परिवारिक जनों के साथ संपर्क में है.
दरअसल रजिया का बेटा यूक्रेन के सुमी में पढ़ाई कर रहा है. सुमी रूसी सीमा के पास स्थित है और वहीं सुमी स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी से संबद्ध है. अमन इस समय हो रही बमबारी से बचने के बंकर में छिपा हुआ है और उसने अपनी मां से परेशान नहीं होने के लिये कहा है.
सुमी में सुरक्षित है बेटा
रजिया बेगम उसने मुझे यह बताने के लिये कॉल किया कि वह ठीक है और उनको उसके बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है. आपको याद दिला दें कि 2020 में रजिया बेगम की अपने बेटे को स्कूटी में बैठाये तस्वीरें बहुत वायरल हुईं थी.
रजिया 6 अप्रैल 2020 को पुलिस की इजाजत लेकर अकेले ही स्कूटी से आंध्र प्रदेश के नेल्लोर के लिए निकल गईं थी और लगातार स्कूटी चलाकर अगले दिन दोपहर नेल्लोर पहुंच गईं. फिर वहां से बेटे को लेकर वापस तेलंगाना लेकर लौटीं थी.
अप्रैल 2020 में तय की थी 1400 किलोमीटर की दूरी
रजिया ने बताया कि इस दौरान उन्हें कई मुश्किलों सामना करना पड़ा. उन्होंने कहा इस माहौल में एक महिला के लिए स्कूटी से इतना लंबा सफर तय करना आसान नहीं होता लेकिन बेटे को वापस घर लाने के जज्बे ने उन्हें हिम्मत दी और वह अपने बेटे को वापस घर ले आईं.
रजिया का बेटा निजामुद्दीन एमबीबीएस एंट्रेस के लिए कोचिंग ले रहा है. निजामुद्दीन 12 मार्च को अपने दोस्त को नेल्लोर छोड़ने गया था कुछ दिन वहीं रुका जिसके बाद लॉकडाउन की घोषणा हो गई. रजिया के पति की कई साल पहले ही मौत हो गई थी. निजामुद्दीन के अलावा रजिया का एक और बेटा है जिसे उन्होंने पुलिस के डर की वजह से नहीं भेजा. रजिया के इस कदम की हर तरफ सराहना हो रही है.
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