बॉम्बे हाईकोर्ट में बेटे ने लगाई अपनी मां को पाने के लिए याचिका, डेढ़ करोड़ रुपये की भी मांग
36 साल बाद 2014 में श्रीकांत ने अपनी मां को सोशल नेटवर्किंग साइट पर ढूंढ निकाला. इसके बाद डोंबिवली इलाके में रहने वाली अपनी मां से श्रीकांत अपने परिवार के साथ मिले.
मुंबई: अपने पहले पति से हुए बेटे को कानूनी तौर पर स्वीकार नहीं करने वाली मां के खिलाफ उसी के बेटे ने बॉम्बे हाईकोर्ट मे गुहार लगाई है. श्रीकांत ने अपनी दायर याचिका में कहा है कि उसकी मां उसे कानूनी तौर पर बेटा स्वीकार कर ले. साथ ही इतने साल जो मुश्किलें और मानसिक रूप से तकलीफ उन्होंने झेलीं हैं, उसके मुआवजे के तौर पर उन्हे डेढ़ करोड़ रूपये दें. इस याचिका पर 13 जनवरी को जस्टिस अमजद सय्यद और जस्टिस अनुजा प्रभू देसाई की बेंच के सामने सुनवाई होगी.
बताया जा रहा है कि मुंबई के जोगेश्वरी इलाके में रहने वाले 40 साल के श्रीकांत सबनीस फिल्म इंडस्ट्री में पिछले 20 सालों से बतौर मेकअप मैन काम कर रहे हैं. उनके पिता दीपक सबनीस ने 4 अप्रैल 1949 में उषा पंडित से शादी की थी. उषा पंडित एक कलाकार हैं. 26 फरवरी 1979 में श्रीकांत का जन्म हुआ. श्रीकांत जब ढाई साल के थे तब 24 सितंबर 1961 को उनकी मां ने उन्हे डेक्कन एक्सप्रेस में छोड़ दिया और उदय म्हसकर से शादी कर ली. कुछ सालों बाद श्रीकांत को पुलिस ने उनकी दादी तक पहुंचा दिया. दादी के गुजर जाने के बाद श्रीकांत को उनकी मौसी ने संभाला.
36 साल बाद 2014 में श्रीकांत ने अपनी मां को सोशल नेटवर्किंग साइट पर ढूंढ निकाला. इसके बाद डोंबिवली इलाके में रहने वाली अपनी मां से श्रीकांत अपने परिवार के साथ मिले. उषा पंडित अब आरती म्हसकर बन चुकी हैं. उन्होंने श्रीकांत और उसके परिवार का स्वागत किया. कुछ ही दिनों बाद उन्होंने श्रीकांत से संपर्क रखना बंद कर दिया. मां के इस बदले व्यव्हार से परेशान श्रीकांत ने आखिरकार अदालत का दरवाजा खटखटाया.
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