Sonam Wangchuk Climate Fast: लद्दाख में माइनस 10 डिग्री टेम्परेचर में मांगों को मनवाने पर अड़े सोनम वांगचुक, मोदी-शाह के लिए कही ये बड़ी बात
Sonam Wangchuk Fast: लद्दाख से जुड़ी मांगों को लेकर पर्यावरणविद् सोनम वांगचुक भूख हड़ताल पर बैठे हैं. उन्होंने कहा कि देश को ईमानदार, दूरदर्शी और बुद्धिमान राजनेताओं की जरूरत है.
Sonam Wangchuk Climate Fast: लद्दाख को संविधान की 6वीं अनुसूची के तहत राज्य का पूर्ण दर्जा दिलाने और संवैधानिक सुरक्षा उपाय दिए जाने की मांग को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरणविद् सोनम वांगचुक पिछले 21 दिनों से भूख हड़ताल कर रहे हैं. सोनम वांगचुक ने मंगलवार (25 मार्च, 2024) को अपने सोशल मीडिया हैंडल 'एक्स' पर एक ऑडियो वीडियो जारी कर इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हस्तक्षेप कर समाधान करने की गुहार लगाई है. वांगचुक ने कहा कि अभी तक सरकार की ओर से इस पर एक भी शब्द नहीं बोला गया है.
पर्यावरणविद् सोनम वांगचुक ने कहा कि लद्दाख का तापमान -10 डिग्री सेल्सियस है. इस तापमान में अपनी मांगों को लेकर लद्दाख के बर्फीले मौसम में 350 लोगों ने सोकर रात गुजारी है. उन्होंने कहा कि यहां पर दिन में 5000 लोगों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है. वांगचुक का कहना है कि मेरे #CLIMATEFAST का 21वां दिन है.
सोनम ने कहा कि देश को ईमानदार, दूरदर्शी और बुद्धिमान राजनेताओं की जरूरत है, न कि केवल अदूरदर्शी चरित्रहीन राजनेताओं की. उन्होंने पीएम मोदी और गृह मंत्री शाह से उम्मीद जताई कि वह जल्द ही साबित कर देंगे कि वो राजनेता हैं.
सोशल मीडिया पर मुहिम की दे रहे अपडेट
सोनम वांगचुक की ओर से मुहिम को #CLIMATEFAST का नाम दिया गया है. वांगचुक के समर्थन में भारी संख्या में लोग भी समर्थन दे रहे हैं और उपवास भी कर रहे हैं. वह अपनी मुहिम से जुड़ी अपडेट को सोशल मीडिया हैंडल भी शेयर कर रहे हैं.
21st Day OF MY #CLIMATEFAST
— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) March 26, 2024
350 people slept in - 10 °C. 5000 people in the day here.
But still not a word from the government.
We need statesmen of integrity, farsightedness & wisdom in this country & not just shortsighted characterless politicians. And I very much hope that… pic.twitter.com/X06OmiG2ZG
हिमालयी क्षेत्र को बचाने की लगातार चला रहे मुहिम
वांगचुक की ओर से एक बार फिर से लद्दाख क्षेत्र को विशेष अधिकारों और पर्यावरणीय सुरक्षा की मांग के लिए संघर्ष किया जा रहा है. वह चाहते हैं कि हिमालयी क्षेत्र को बचाने के लिए लद्दाख को विशेष दर्जे की जरूरत है. उनका कहना है कि हिमालय में पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सरकार को भविष्योन्मुखी योजना बनानी होगी.
प्रतिनिधिमंडल की अमित शाह के साथ हुई थी अहम मीटिंग
आपको बता दें कि लद्दाख की समस्याओं का समाधान निकालने के लिए एपेक्स बॉडी लेह (ABL) और कारगिल डेमाक्रेटिक अलायंस की पिछले दिनों नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्रालय अमित शाह के साथ अहम मीटिंग भी हुई थी. प्रतिनिधिमंडल के साथ अहम मुद्दों पर चर्चा भी हुई थी.
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