Sonam Wangchuk: सोनम वांगचुक ने खत्म की भूख हड़ताल, बच्चे के हाथ जूस पिया, बोले- 'हिमालय की रक्षा को लड़ाई जारी रहेगी'
Ending Climate Fast:पर्यावरणविद् सोनम वांगचुक ने मंगलवार (26 मार्च, 2024) को अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी है. वांगचुक पिछले 21 दिनों से सिर्फ नमक और पानी का ही सेवन कर रहे थे.
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Sonam Wangchuk Hunger Strike Called Off: लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर और उसे संविधान की 6वीं अनुसूची में शामिल कराने की मांग को लेकर 21 दिनों से धरने पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता और पर्यावरणविद् सोनम वांगचुक ने मंगलवार (26 मार्च, 2024) को अपनी भूख हड़ताल खत्म कर दी है. वांगचुक पिछले 21 दिनों से सिर्फ नमक और पानी का ही सेवन कर रहे थे. उनको एक बच्चे के हाथों से जूस पिलाकर आमरन अनशन को समाप्त करवाया गया.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, वांगचुक ने कहा कि हम लद्दाख में हिमालयी पहाड़ों के नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र और यहां की अद्वितीय स्वदेशी जनजातीय संस्कृति की रक्षा के लिए अपनी आवाज उठा रहे हैं और उनकी यह लड़ाई आगे भी जारी रहेगी.
पीएम मोदी से लगाई थी लद्दाख मामले पर हस्तक्षेप की गुहार
भूख हड़ताल समाप्त करने से पहले वांगचुक ने सुबह के वक्त सोशल मीडिया अकाउंट 'एक्स' पर एक वीडियो जारी कर लद्दाख से जुड़े मामलों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हस्तक्षेप कर उनके समाधान करने का आग्रह किया था. वांगचुक ने यह भी कहा था कि उनकी भूख हड़ताल को आज 21वां दिन है लेकिन अभी तक केंद्र सरकार की ओर से लद्दाख मामले पर एक भी शब्द नहीं बोला गया है.
बर्फीले पहाड़ों पर वांगचुक को लोगों का मिला भरपूर समर्थन
सोनम वांगचुक की ओर से भूख हड़ताल उस वक्त की जा रही थी जब लद्दाख का तापमान -10 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा गया. उनकी मांगों को बड़ी संख्या में लोगों का समर्थन भी मिला है. लद्दाख के बर्फीली पहाड़ों पर लोगों ने उनके साथ सोमवार (25 मार्च) की रात भी धरना स्थल पर सोकर गुजारी थी.
#WATCH | Sonam Wangchuk, an engineer turned educational reformist called off his hunger strike today in Leh, Ladakh.
— ANI (@ANI) March 26, 2024
The hunger strike was for the statehood of Ladakh and the protection of the fragile Himalayan ecology. pic.twitter.com/TDjt2LUrIn
कौन हैं सोनम वांगचुक?
वांगचुक लद्दाख के एक जलवायु कार्यकर्ता, मैकेनिकल इंजीनियर और शिक्षक हैं. वह हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव्स, लद्दाख (HIAL) के निदेशक भी हैं. उन्हें साल 2018 में मैग्सेसे अवॉर्ड मिला था. सोनम वांगचुक को कई प्रतिष्ठित अवार्ड मिल चुके हैं जिनमें रेमन मैग्सेसे अवार्ड प्रमुख रूप से शामिल है. वह संतोकबा मानतावादी पुरस्कार से भी सम्मानित किए जा चुके हैं.
बॉलीवुड सुपरहिट फिल्म '3 इडियट्स' में लीड रोल निभाने वाले आमिर खान यानी 'रेंचो' का चरित्र उनसे (सोनम वांगचुक) प्रेरित है. यह फिल्म 2009 में आई थी और हर किसी के दिलोदिमाग में आज भी 'रेंचो' की भूमिका छायी हुई है.
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