Congress Foundation Day: कांग्रेस के 137वें स्थापना दिवस के मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं के नाम जारी संदेश में अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने जहां एक तरफ आजादी के आंदोलन में कांग्रेस (Congress) नेताओं के संघर्ष और नए भारत के निर्माण में योगदान को याद किया, वहीं बिना नाम लिए बीजेपी (BJP) पर निशाना साधा. सोनिया गांधी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने भारत की मजबूत बुनियाद रखी जिसे आज कमजोर किया जा रहा है. मोदी सरकार (Modi Govt) पर हमला बोलते हुए सोनिया ने कहा कि लोकतंत्र और संविधान को दरकिनार कर तानाशाही चलाई जा रही है. 


कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में सोनिया गांधी ने पार्टी का झंडा फहराया. इस मौके पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi), प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे. हालांकि रंग में भंग तब पड़ गया जब सोनिया गांधी ने जब झंडा फहराने के लिए रस्सी खींची तो झंडा नीचे गिर पड़ा. गनीमत रही कि झंडा सोनिया के हाथों में आ गिरा जमीन पर नहीं. इसके बाद कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने काफी मशक्कत के बाद झंडे को दुबारा पोल पर लगाया और फिर सोनिया गांधी ने दुबारा झंडा फहराया. 


स्थापना दिवस पर वीडियो संदेश जारी कर सोनिया गांधी ने कहा, "आजादी के आंदोलन में कांग्रेस और उसके तमाम नेताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, संघर्ष किया, जेलों में कठोर यातनाएं झेलीं और बहुत से देश भक्तों ने अपने प्राणों तक का बलिदान दिया, तब जाकर कहीं हमें आजादी मिली. आजादी के बाद हमें जो भारत मिला उसकी कल्पना करना कठिन है, लेकिन हमारे महान नेताओं ने बड़ी सूझबूझ और दृढ़ निश्चय के साथ भारत के नव-निर्माण की एक मजबूत बुनियाद रखी, जिस पर चलकर हमने एक सशक्त भारत खड़ा किया."  


बीजेपी पर हमला बोलते हुए सोनिया गांधी ने कहा, "जिन लोगों ने आजादी के आंदोलन में भागीदारी नहीं दिखाई, वह इसकी कीमत कभी नहीं समझ सकते. आज भारत की उस मजबूत बुनियाद को कमजोर करने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है. इतिहास को झुठलाया जा रहा है. हमारी विरासत गंगा-जमुना संस्कृति को मिटाने की नापाक कोशिश हो रही है. देश का आम नागरिक असुरक्षित और भयभीत महसूस कर रहा है." 


बीते दिनों रायपुर (Raipur) के धर्म संसद (Dharm Sansad) में महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को अपशब्द कहे जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. राज्यसभा (Rajya Sabha) में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई नेताओं ने गांधी जी को अपशब्द कहे जाने पर नाराजगी जताते हुए आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की.