सोनिया गांधी का सरकार पर निशाना, कहा- अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खतरे में, वे देश का मुंह बंद रखना चाहते हैं
सोनिया गांधी ने कहा कि हमारे पूर्वजों में से किसी ने नहीं सोचा होगा कि आजादी के 75 सालों बाद देश को ऐसी कठिन परिस्थिति का सामना करना पड़ेगा.
नई दिल्ली: कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खतरे में है, लोकतंत्र नष्ट हो रहा है. वे चाहते हैं कि भारत के लोग, हमारे आदिवासी, महिलाएं, युवा अपना मुंह बंद रखें. वो देश का मुंह बंद रखना चाहते हैं. सत्ता देश में नफरत का जहर फैला रही है.
इसके साथ ही उन्होंने कहा, “जब हमारा लोकतंत्र और संविधान खतरे में है, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और बीआर अंबेडकर सहित हमारे पूर्वजों में से किसी ने भी कल्पना नहीं की होगी कि हमारे देश को आजादी के 75 साल बाद ऐसी कठिन परिस्थिति का सामना करना पड़ेगा.”
सोनिया गांधी ने शनिवार को नवा रायपुर अटल नगर में छत्तीसगढ़ के नए विधानसभा भवन के भूमिपूजन कार्यक्रम को वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित किया और राज्य की जनता को बधाई दी. इस दौरान उन्होंने कहा ‘‘हम आज शपथ लें कि जब तक हमारे हाथ में सत्ता रहेगी, हम कतार के अंतिम व्यक्ति को भी ध्यान में रखकर फैसले लेंगे.’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा ‘‘छत्तीसगढ़ विधानसभा का गठन हुए 20 वर्ष हो रहे हैं लेकिन विधानसभा का नया भवन अब बनेगा. विधायिका हमारे लोकतंत्र का सबसे बड़ा तथा सबसे अहम स्तंभ है. संसद और विधानसभाएं हमारे लोकतंत्र के पवित्र मंदिर हैं और इन्हीं मंदिरों से हमारे संविधान की रक्षा होती है. लेकिन याद रखना होगा कि हमारा संविधान भवनों से नहीं, भावनाओं से बचेगा. इन भवनों में दूषित और गलत भावनाओं के प्रवेश को रोकना होगा तब ही हमारा संविधान बचेगा.’’
सोनिया गांधी ने कहा ‘‘ हमने पिछले सात दशकों में बड़ी दूरी तय की है. लेकिन आजादी की लड़ाई के दौरान जो प्रण हमने किया था उसे पूरा करने के लिए अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है.’’ उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से हमारे देश को पटरी से उतारने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा ‘‘हमारे लोकतंत्र के सामने नई चुनौतियां खड़ी हुई है. आज देश विरोधी, गरीब विरोधी तथा लोगों को एक दूसरे से लड़ा कर राज करने वाली ताकतें देश में नफरत और हिंसा का जहर घोल रही हैं.’’
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आज हमारे लिए एक महत्वपूर्ण दिन है जब हम एक नए विधानसभा भवन की बुनियाद रख रहे हैं और यही वह दिन है कि हम अपने लोकतंत्र की बुनियाद को सुरक्षित रखने का शपथ लें.