नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आज 74 वर्ष की हो चुकी हैं. हालांकि इस बार सोनिया गांधी अपना जन्मदिन नहीं मना रही हैं. दरअसल, देश में किसानों की ओर से केंद्र सरकार के खिलाफ कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. इस बीच किसानों के समर्थन में सोनिया गांधी इस बार अपना जन्मदिन नहीं मना रही हैं. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष पद पर रहते हुए सोनिया गांधी ने अपने राजनीतिक करियर में कई कामयाबी हासिल की है लेकिन अब उन्हें पार्टी के लिए अपना वारिस खोजने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
1990 के बाद एक ऐसा वक्त भी आया था जब कांग्रेस की स्थिति खराब हो चुकी थी. हालांकि 21वीं सदी की शुरुआत से पहले सोनिया गांधी को कांग्रेस की कमान सौंपी गई थी. जिसके बाद सोनिया गांधी के नेतृत्व में पार्टी में नया जोश देखने को मिला था. कांग्रेस का अध्यक्ष पद संभालने के बाद सोनिया गांधी ने पार्टी में जान फूंक दी और साल 2004 में कांग्रेस की खोई हुई सत्ता एक बार फिर से दिला दी. इसके बाद कांग्रेस ने लगातार 10 साल तक देश में गठबंधन के सहारे सरकार चलाई.
राहुल गांधी ने दिया था इस्तीफा
कांग्रेस अध्यक्ष के पद पर रहते हुए सोनिया गांधी ने 19 साल तक पार्टी की बागडोर संभाली. 1998 से 2017 तक सोनिया कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष रहीं. इसके बाद राहुल गांधी को अध्यक्ष पद की कमान सौंपी गई. हालांकि साल 2014 के बाद से कांग्रेस सिमटती हुई नजर आ रही है. साथ ही कांग्रेस पार्टी को अपना नया अध्यक्ष भी नहीं मिल रहा है. राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस कोई बड़ा कारनामा नहीं दिखा पाई. वहीं 2019 का लोकसभा चुनाव हारने के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी अपना इस्तीफा सौंप दिया.
अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर सोनिया नाकाम
वहीं राहुल गांधी का अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस में नए अध्यक्ष के लिए कई दौर की बैठकें हुई लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 के करीब 1.5 साल बीत जाने के बाद भी कांग्रेस अभी तक अपना नया अध्यक्ष नहीं खोज पाई है. कांग्रेस के लिए फिलहाल सोनिया गांधी ही अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर पार्टी का नेतृत्व कर रही हैं. लेकिन अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर सोनिया गांधी अपने पहले कार्यकाल जैसी जान पार्टी में फूंकने में नाकाम दिखाई दे रही हैं.
नहीं मिला वारिस
सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी महाराष्ट्र और झारखंड में सरकार में जरूर आ गई लेकिन मध्य प्रदेश में फूट के कारण हाथ में आई सत्ता भी गंवानी पड़ी. वहीं स्वास्थ्य संबंधी कारणों के कारण सोनिया गांधी पार्टी को पूरा समय देने में भी समर्थ दिखाई नहीं देती हैं. ऐसे में पार्टी में नए जोश के लिए कांग्रेस के लिए नए अध्यक्ष की तलाश अभी भी जारी है. लेकिन सोनिया गांधी अभी तक कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष की कुर्सी के लिए अपना वारिस नहीं तलाश कर पाई हैं.
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