नई दिल्ली: बजट सत्र के दौरान सरकार को संसद में घेरने के लिए विपक्ष ने रणनीति तेज कर दी है. यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने एक फरवरी की शाम को सभी प्रमुख विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है. विपक्ष कासगंज हिंसा, बेरोजगारी जैसे मुद्दे संसद में उठा सकता है.
बता दें कि कल ही एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी. शरद पवार के आवास पर हुई इस बैठक में गुलाम नबी आजाद, फारुख अब्दुल्ला, डी. राजा और शरद यादव शामिल हुए. बैठक में सभी दलों के ना पहुंच पाने के कारण इस बैठक को अगले हफ्ते के लिए टाल दिया गया.
मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी एकता बनाने की कोशिशें लगातार हो रही हैं. गणतंत्र दिवस के मौके पर मुंबई में विपक्षी दलों ने संविधान बचाओ यात्रा निकाली थी. इसमें हार्दिक पटेल, शरद यादव, शरद पवार, उमर अब्दुल्ला, अल्पेश ठाकोर, पृथ्वीराज चव्हाण, अशोक चव्हाण समेत कई दिग्गज नेकता शामिल हुए थे.
चारा घोटाले में सजा काट रहे लालू यादव भी मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ विपक्ष को एक साथ लाने की कोशिशें करते रहे थे. उनके जेल जाने के बाद अब सोनिया गांधी और शरद पवार ने यह जिम्मा उठाया है.