नई दिल्ली: चार साल के कार्यकाल में पहली बार मोदी सरकार विपक्षी दलों के अविश्वास प्रस्ताव का सामना करेगी. इस बीच कांग्रेस ने कहा है कि उसके पास नंबर है. संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि कौन कहता है हमारे पास नंबर नहीं है? दरअसल केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी की नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के पास पूर्ण बहुमत है. सरकार ने आज कहा, "अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद सभी चीजें साफ हो जाएंगी. मैं सदन में यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि देश के लोगों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार में पूर्ण विश्वास है."


फिर सोनिया गांधी ने बहुमत उनके पक्ष में होगा कैसे विश्वास जताया? ये सवाल उठ रहे हैं. आपको बता दें की एनडीए में शामिल 18 सांसदों वाली शिवसेना सरकार से नाराज है. अविश्वास प्रस्ताव की बहस छेड़ने वाली टीडीपी के सांसदों ने पिछले दिनों मुंबई जाकर शिवसेना के नेताओं से मुलाकात की थी और अविश्वास प्रस्ताव पर सहयोगी की मांग की थी.


शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आज सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया. महाजन ने कहा कि उन्हें नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव की मांग करने वाले कम से कम छह सांसदों से नोटिस मिले हैं. उन्होंने कहा कि तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के केसिनेनी श्रीनिवास पहले सांसद थे, जिन्होंने अविश्वास नोटिस दिया और सदस्यों से पूछा कि इसे आगे बढ़ाया जा सकता है. महाजन ने श्रीनिवास प्रस्ताव पेश करने को कहा. प्रस्ताव को कांग्रेस और अन्य विपक्षी सांसदों समेत 50 से ज्यादा सदस्यों का समर्थन है. विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को चर्चा होगी.


क्या कहता है सीटों का समीकरण?
लोकसभा की कुल सीटों की संख्या 543 है, जिनमें अभी 9 सीटें खाली हैं यानि इस वक्त लोकसभा के पास कुल 534 सांसद हैं. इस तरह से बहुमत का आंकड़ा 268 होता है. लोकसभा में सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी है जिसके पास अकेले ही 272 सांसद हैं यानि बीजेपी अकेले दम पर ही बहुमत साबित करने में न सिर्फ सक्षम है बल्कि उसे बहुमत से 4 सीटें ज्यादा हैं. इसलिए सरकार के पास किसी तरह का कोई खतरा नहीं है.


इसके साथ ही बीजेपी के सहयोगी दलों के सांसदों की संख्या 40 है. कुल मिलाकर एनडीए के पास 312 सांसदों का समर्थन है. शिवसेना 18, एलजेपी 6, अकाली दल 4, आरएलएसपी 3, अपना दल 2, जेडीयू 2 और एनआर कांग्रेस, पीएमके, एनपीपी, एनडीपीपी, एसडीपी के एक-एक सांसद हैं.

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