Rajiv Gandhi Birth Anniversary: सोनिया गांधी ने गिनाईं राजीव गांधी की उपलब्धियां तो बोले बीजेपी नेता- कांग्रेस को यह भी नहीं छिपाना चाहिए कि...
राष्ट्रीय सद्भावना अवॉर्ड सेरेमनी पर सोनिया गांधी ने कहा कि अगर आज ग्रामीण एवं शहरी निकायों में 15 से ज्यादा महिला प्रतिनिधि हैं तो यह सिर्फ राजीव गांधी की कड़ी मेहनत और दूर-दृष्टि की वजह से है.
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 79वीं जयंती पर कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने उनकी उपलब्धियों को लेकर बात की और कहा कि उनका राजनीतिक सफर बहुत जल्दी खत्म हो गया, लेकिन उन्होंने इतने समय में भी कई उपलब्धियां हासिल कीं. इस पर भारतीय जनता पार्टी के नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि इस सच को भी झुठलाया नहीं जा सकता कि राजीव गांधी द्वारा लिए गए कई फैसलों का देश पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है.
राजीव गांधी की जयंती पर राष्ट्रीय सद्भावना अवॉर्ड सेरेमनी को संबोधित करते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि राजीव गांधी का राजनीतिक सफर बहुत ही क्रूर तरीके से खत्म हो गया, लेकिन इतने थोड़े से समय में भी उन्होंने कई कीर्तिमान हासिल किए. सोनिया गांधी ने कहा, 'राजीव गांधी देश की विविधता के प्रति बहुत संवेदनशील थे. उन्हें देश को समर्पित करने के लिए जितना भी समय मिला, उसमें उन्होंने अनगिनत उपलब्धियां हासिल कीं. वह महिला सशक्तिकरण के प्रति समर्पित थे. वह पंचायतों और नगरपालिकाओं में महिलाओं के 1/3 आरक्षण के हित में थे.'
सोनिया गांधी ने गिनाईं राजीव गांधी की उपलब्धियां
सोनिया गांधी ने कहा कि अगर आज ग्रामीण एवं शहरी निकायों में 15 से ज्यादा महिला प्रतिनिधि हैं तो यह सिर्फ राजीव गांधी की कड़ी मेहनत और दूर-दृष्टि की वजह से है. राजीव गांधी की 1991 में एक चुनाव प्रचार रैली में हत्या कर दी गई थी. सोनिया गांधी ने कहा कि राजीव गांधी महिलाओं का सशक्तीकरण चाहते थे और यही कारण है कि उन्होंने पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिया.
बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी क्या बोले?
सोनिया गांधी के बयान पर भारतीय जनता पार्टी के नेता सुधांशु त्रिवेदी ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को इस बात को छिपाना नहीं चाहिए कि कैसे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा लिए गए फैसलों ने देश को प्रतिकूल रूप से प्रभावित किया. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, 'हम समझते हैं कि राजीव गांधी की मृत्यु पर सोनिया गांधीजी कैसा महसूस करती हैं. वह उनकी विरासत की सराहना कर सकती हैं, लेकिन उनको सच को छिपाना नहीं चाहिए. देश ने देखा कि राजीव गांधी के फैसलों ने कैसे पूरे भारत पर प्रतिकूल प्रभाव डाला. भले ही वह थोड़े समय के लिए था, लेकिन देश को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा. चाहे दिल्ली, उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु में सिखों की हत्या हो.'