सोनिया गांधी ने लगाया शीत सत्र में देरी का आरोप, जेटली बोले- कांग्रेस होगी बेनकाब
संसद का शीतकालीन सत्र अक्सर नवंबर के तीसरे हफ्ते में शुरू होकर दिसंबर के तीसरे हफ्ते तक चलता है. इस बार हिमाचल प्रदेश और गुजरात चुनाव की वजह से शीत सत्र अब तक नहीं बुलाया गया है.
नई दिल्ली: गुजरात चुनाव की गरमी के बीच कांग्रेस और बीजेपी में संसद के शीत सत्र को लेकर ठन गई है. सोनिया गांधी ने मोदी सरकार पर सत्र में देरी के लिए हमला बोला तो जवाब जेटली ने भी दिया. इस ताजा विवाद की शुरुआत सुबह तब हुई जब दिल्ली में कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में सोनिया का उद्घाटन भाषण हुआ.
सोनिया ने सीधा हमला मोदी सरकार पर किया. उन्होंने कहा, "कहा मोदी सरकार के घमंड के चलते संसदीय लोकतंत्र प्रभावित हुआ है. हल्की वजह बताकर शीत सत्र को नुकसान पहुंचाया गया. अगर कोई लोकतंत्र के मंदिर पर ताला लगाने की सोचता है तो ये गलत है.''
उन्होंने आगे कहा, ''विधानसभा चुनाव से पहले भ्रष्टाचार, रक्षा डील जैसे गंभीर सवालों से बचने के लिए शीतकालीन सत्र को नहीं होने दिया गया. प्रधानमंत्री ने जीएसटी लांच करने के लिए आधी रात को संसद बुला ली थी, लेकिन आज उनमें संसद का सामना करने की हिम्मत नहीं है.नोटबंदी को एक साल बीत गया है. इससे कोई फायदा नहीं हुआ है, लेकिन किसानों, छोटे कारोबारियों, महिलाओं और दिहाड़ी मजदूरों के जख्मों पर नमक जरूर पड़ा.''
सोनिया के इन सवालों पर जब गुजरात के राजकोट में वित्त मंत्री अरुण जेटली से जवाब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस बेमतलब का सवाल उठा रही है, शीत सत्र होगा और कांग्रेस को भी बेनकाब किया जाएगा.