चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) को कांग्रेस (Congress) में शामिल करने पर अंतिम फैसला पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) करेंगी और उन्होंने इस मुद्दे पर कई वरिष्ठ नेताओं के साथ चर्चा की है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने कहा कि इनमें से कुछ नेताओं ने पार्टी में उनके शामिल होने पर आपत्ति जतायी है, जबकि अन्य ने इसका समर्थन किया है क्योंकि उन्हें लगता है कि वह पार्टी के लिए लाभकारी होंगे. सूत्रों ने कहा कि निर्णय सोनिया गांधी को लेना है.


सूत्रों ने कहा कि पिछले साल सोनिया गांधी को पत्र लिखकर संगठन में बदलाव की मांग करने वाले पार्टी के 23 नेताओं के समूह के भी प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने पर आपत्ति जताये जाने की जानकारी है. सूत्रों ने बताया कि इन नेताओं के बीच इस मामले पर एक बैठक में चर्चा हुई थी. प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने और चुनाव प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण भूमिका संभालने की चर्चा के बीच उन्होंने हाल ही में राहुल गांधी से मुलाकात की थी. हालांकि, मामला लंबित है क्योंकि कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है.


प्रशांत किशोर ने शुरुआत में 2014 के लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के साथ काम किया था और उसके बाद जेडीयू में शामिल हो गए थे और पार्टी के उपाध्यक्ष थे. उन्होंने उत्तर प्रदेश में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस के साथ काम किया था. उन्होंने पंजाब में पार्टी की सहायता भी की और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के सलाहकार थे.


इसके अलावा वे पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी, दिल्ली विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में एमके स्टालिन, आंध्र प्रदेश में जगनमोहन रेड्डी के साथ काम कर चुके हैं.


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