नई दिल्ली: अर्थव्यवस्था की मौजूदा हालत के लिए वित्त मंत्री अरूण जेटली पर हमला करके बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा राजनीतिक तूफान खड़ा कर चुके हैं. गुरुवार को उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था की हालत पर चर्चा के लिए उन्होंने पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात का समय मांगा था लेकिन उन्हें समय नहीं मिला.


यशवंत सिन्हा ने कहा, ‘‘मैंने पाया कि मेरे लिए दरवाजे बंद थे. इसलिए, मेरे पास बोलने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. मुझे विश्वास है कि मेरे पास प्रधानमंत्री को देने के लिए उपयुक्त सुझाव हैं.’’ अर्थव्यवस्था की हालत के लिए वित्त मंत्री अरूण जेटली की उनकी आलोचना को सरकार की तरफ से नकारे जाने से बेपरवाह बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा आज अपनी बात पर कायम रहे. उन्होंने उम्मीद जताई कि केंद्र अपनी आर्थिक नीतियों की दिशा में बदलाव करेगा.


बीजेपी नेता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम जैसे लोग जिन्हें वित्तीय मामलों पर विशेषज्ञ माना जाता है अगर बोलें तो उस समय की सरकार को उसे सुनना चाहिए. उन्होंने उन लोगों की राय को राजनैतिक शब्दाडंबर के तौर पर खारिज किए जाने के खिलाफ सलाह दी.


बीजेपी नेता ने पूर्ववर्ती संप्रग सरकार का नाम लिए बिना कहा कि केंद्रीय परियोजनाओं के लचर कार्यान्वयन के लिए उसे जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि एनडीए पिछले 40 महीने से सत्ता में है.