कोलकाता: ये चर्चा जोर शोर से चल रही है कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई प्रेसिडेंट सौरव गांगुली पीएम मोदी की रैली में शामिल हो सकते हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या गांगुली बीजेपी में शामिल होंगे? कुछ दिनों पहले जब अमित शाह और सौरव गांगुली साथ नजर आए थे तब भी ये चर्चा शुरू हो गई थी कि गांगुली बीजेपी का हाथ थाम सकते हैं. गांगुली अगर बीजेपी में शामिल होते हैं तो ये दीदी पर बीजेपी की हाल के दिनों की सबसे बड़ी बढ़त साबित हो सकती है.


सात मार्च को पीएम मोदी की रैली में हिस्सा लेने की अटकलों के बीच बीजेपी ने मंगलवार को कहा कि इस बारे में पूर्व क्रिकेटर को फैसला करना है कि वह रैली में शामिल होना चाहते हैं या नहीं. बीजेपी के प्रवक्ता शामिक भट्टाचार्य ने कोलकाता में कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अगर कार्यक्रम में हिस्सा लेना चाहते हैं और उनका स्वास्थ्य तथा मौसम संबंधी परिस्थितियां इसकी इजाजत देते हैं तो उनका स्वागत है.


कैसा है गांगुली का स्वास्थ्य
गांगुली (48) को 31 जनवरी को अस्पताल से छुट्टी मिली थी. इससे पहले ह्रदय तक जाने वाली धमनियों में अवरोध को दूर करने के लिए उनकी एक और एंजीयोप्लास्टी की गयी थी. सर्जरी के दौरान उन्हें दो और स्टेंट लगाए गए थे. जनवरी के शुरू में गांगुली को दिल का हल्का दौरा पड़ा था और हृदय से संबंधित ट्रिपल वेसेल डिजीज का पता चला था. उस वक्त एक धमनी में स्टेंट लगाया गया था.


भट्टाचार्य ने कहा, 'हम जानते हैं कि सौरव फिलहाल आराम कर रहे हैं. अगर वह कार्यक्रम में आने की सोचते हैं और उनका स्वास्थ्य अनुकूल रहता है तो उनका बहुत स्वागत है. अगर वह आते हैं तो हमें लगता है कि उन्हें यह पसंद आएगा. वहां मौजूद लोगों को भी अच्छा लगेगा. लेकिन इस बारे में (कार्यक्रम में शामिल होने के बारे में) हम नहीं जानते. यह फैसला उन्हें करना है.'


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