नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में वायु प्रदूषण से अब राहत मिलने के आसार आने लगे हैं. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि सरकार इस दिशा में सोच रही है. इसी क्रम में दिल्ली को शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत 55 गाड़ियों की सौगात दी. मंगलवार को शहरी विकास मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने हरी झंडी दिखाकर गाड़ियों को रवाना किया. ये गाड़ियां दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के हवाले की गई हैं.


शहरी विकास मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने 55 गाड़ियों को झंडी दिखाकर रवाना किया. साउथ दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन को मिली गाड़ियों में 6 मैकेनिकल स्वीपिंग मशीन, 17 वाटर टैंकर, 2 सुपर सकर मशीन और 26 सीएनजी ट्रक शामिल हैं. इन गाड़ियों को शहरी विकास मंत्रालय ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत 12.64 करोड़ रु की लागत से खरीदा था.


मंत्रालय के सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि दिल्ली में बेहतर सफाई व्यवस्था के लिए मंत्रालय हर स्तर पर एमसीडी को फंड मुहैया करा रहा है. वहीं, साउथ एमसीडी कमिश्नर ज्ञानेश भारती ने बताया कि स्वीपिंग मशीन का इस्तेमाल रोड की सफाई के लिए किया जाएगा. सड़क पर उड़ने वाले धूल को काबू में करने के लिए वाटर टैंकर से पानी का छिड़काव किया जाएगा. सुपर सकर यूनिट का एक मेन सुपर सकर मशीन और दो डंप ट्रक है. इन सब सामान को दूर दराज इलाके में भेजा जाएगा. इन गाड़ियों का इस्तेमाल ढंके ड्रेन और ड्रेनेज सिस्टम की रुकावट दूर करने में किया जाएगा. मिश्रा ने बताया कि स्वच्छता अभियान शहरी और देहाती क्षेत्रों में लोगों का आंदोलन बन चुका है. पिछले पांच सालों में साउथ दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन की रैंकिंग 185 से 27 हो गई है. साउथ दिल्ली म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के कार्यक्रम में डीडीए के वाइस चेयरमैन तरुण कपूर भी थे.