NCB: नारियल-ड्राई फ्रुट्स में छिपाकर करता था तस्करी, ड्रग्स की कमाई से बनाईं फिल्में, तमिल डायरेक्टर गिरफ्तार
Jaffer Sadiq: ड्रग्स छुपाने के लिए नारियल या ड्राई फ्रूट का इस्तेमाल किया जाता था. इसके बाद इसको ऑस्ट्रेलिया भेजा जाता था. एनसीबी इस मामले में ड्रग मनी ट्रेल की जांच भी कर रही है.
NCB Arrest Jaffer Sadiq: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने ड्रग तस्करी के बड़े मामले का भंडाफोड़ किया है. एनसीबी ने करीब 2000 करोड़ रुपये से अधिक की दवाओं की तस्करी करने के आरोप में एक फिल्म निर्माता को गिरफ्तार किया गया है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने शनिवार (9 मार्च) को कहा कि दक्षिण की फिल्म इंडस्ट्री में काम कर चुके जफर सादिक (Tamil Film Producer Jaffer Sadiq) की सरगर्मी से तलाशी की जा रही थी. सादिक के ड्रग तस्करी के तार नई दिल्ली, तमिलनाडु से लेकर न्यूजीलैंड तक जुड़े हैं. ड्रग तस्कर की आज कोर्ट में पेशी कर रिमांड भी मांगी जाएगी.
'जफर सादिक का तमिल में बड़ा नाम'
एनसीबी के उप महानिदेशक (ऑपरेशंस) ज्ञानेश्वर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि आरोपी सादिक ड्रग तस्करी का पैसा फिल्म निर्माण करने में लगाता है. पिछले माह 15 फरवरी को स्पेशल सेल ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया था जिनसे पूछताछ करने के बाद जफर सादिक का नाम सामने आया था जोकि तमिल में बड़ा नाम माना जाता है और तमिल फिल्म बनाता है. वह 15 फरवरी से ही फरार चल रहा था और चकमा देने के लिए बार बार अपनी लोकेशन बदल रहा था.
'ड्रग तस्करी का पैसा रियल एस्टेट में भी लगाया'
एनसीबी डीडीजी के मुताबिक, इस गैंग का काम ड्रग को ऑस्ट्रेलिया भेजने का था. ड्रग्स को छुपाने के लिए नारियल या ड्राई फ्रूट का इस्तेमाल किया जाता था. इस मामले में ड्रग मनी ट्रेल की जांच भी जा रही है. फिल्म के अलावा ड्रग तस्करी के पैसे को रियल एस्टेट में भी लगाया गया है.
'ड्रग सिंडिकेट का मास्टरमाइंड है जफर सादिक'
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने बताया कि जफर सादिक ड्रग सिंडिकेट का मास्टरमाइंड है. त्रिवेंद्रम, मुंबई, पुणे, हैदराबाद होते हुए वो जयपुर पहुंच गया था. वह अभी तक 45 कंसाइनमेंट ड्रग की तस्करी कर चुका हैं. तमिल फिल्म 'मंगाई' पूरी तरह से ड्रग से कमाई रकम से बनी है. इस ड्रग मनी के गोरखधंधे में कई बड़े लोगों के शामिल होने का दावा भी एनसीबी ने किया हैं.
'ड्रग मनी से चेन्नई में बनाए होटल के खिलाफ मिले कई सबूत'
डीडीजी सिंह के मुताबिक, ड्रग मनी से चेन्नई में एक होटल भी बनाया गया है. अभी तक की जांच में इसके खिलाफ काफी सबूत भी मिले हैं. इस ड्रग की कीमत डेढ़ करोड़ प्रति किलोग्राम आंकी गई है. करीब 3 हजार किलो ड्रग की तस्करी अभी तक की जा चुकी है. तमिल फ़िल्म इंडस्ट्री के कई लोगों के नाम सामने आने के मामले की जांच भी की जा रही है. इसके अलावा बॉलीवुड से जुड़े कुछ लोगों के नाम भी सामने आए हैं जिसकी जांच की जा रही है. 'पॉलिटिकल फंडिंग' की भी जानकारी मिली है जिसकी जांच में टीम जुटी हैं.