नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने विवादित बयान देते हुए केंद्र सरकार को 'मौत का सौदागर' बता दिया है. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने लागातर चार लॉकडाउन लगा दिए. इस फैसले ने मजदूरों और गरीबों को बेसहारा कर दिया. जिसने भी ये फैसला लिया वो सिवाय 'मौत के सौदागर' के कोई नहीं थे. इस पर बीजेपी ने कड़ा एतराज जताया और माफी की मांग की.


एबीपी न्यूज़ के डिबेट शो सीधा सवाल में एसपी प्रवक्ता घनश्याम तिवारी ने ये बयान दिया. उन्होंने कहा कि हर दिन मजदूर मर रहे हैं. जो सरकार मजदूरों के लिए बसों का इंतजाम और रेल का इंतजाम नहीं कर रही है वो 'मौत का सौदागर' है. इस पर बीजेपी के सीनियर नेता शाहनवाज हुसैन ने कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश को बचाने के लिए ये फैसला किया.


पूरी दुनिया में भारत की प्रशंसा हो रही है- शाहनवाज हुसैन


शाहनवाज हुसैन ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री के फैसले के लिए इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल बिल्कुल गलत है. देश को बचाने वाली सरकार के बारे में इस तरह की भाषा बोलेंगे तो ये कहीं से स्वीकार नहीं है. आज पूरी दुनिया में प्रशंसा हो रही है कि किस तरह से भारत के प्रधानमंत्री ने देश के लोगों को बचाने का काम किया है.


भारत में कब-कब लगा लॉकडाउन?


भारत में पहली बार 25 मार्च से 14 अप्रैल के लिए लॉकडाउन का एलान किया गया था. जब भारत में पहली बार लॉकडाउन का एलान हुआ तब देश में 600 से कम पॉजिटिव केस थे. बाद में ये बढ़ने लगे. इसके बाद 15 अप्रैल से 3 मई के लिए लॉकडाउन पार्ट-2 की घोषणा की गई. स्थिति को देखते हुए 4 मई से 17 मई तक के लिए लॉकडाउन के तीसरे चरण का एलान किया गया. अब देश में लॉकडाउन-4 जारी है. ये 18 मई से 31 मई तक लगाया गया है.


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