Swami Prasad Maurya News: समाजवादी पार्टी (SP) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) रामचरितमानस (Ramcharitmanas) के बाद अब जाति को लेकर लगातार ट्वीट कर संतो और महंतों पर हमला बोल रहे हैं. एक बार फिर से उन्होंने धर्माचार्यों पर हमला बोला है. मौर्य ने ट्वीट कर सवाल किया कि देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों के सम्मान की बात करने से तथाकथित धर्म के ठेकेदारों को मिर्ची क्यों लग रही है? आखिर ये भी तो हिंदू ही हैं.
मौर्य ने पूछा क्या अपमानित होने वाले 97 प्रतिशत हिन्दुओं की भावनाओं पर अपमानित करने वाले 3 प्रतिशत धर्माचार्यों की भावनाएं ज्यादा मायने रखती हैं? दरअसल, लखनऊ में समाजवादी पार्टी के मुख्यालय के बाहर कुछ बैनर लगे थे. इसमें अखिल भारतीय कुर्मी क्षत्रीय महासभा मुंबई महाराष्ट्र के राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर उत्तम प्रकाश सिंह पटेल की तस्वीर लगाकर लिखा गया था 'गर्व से कहो हम हिंदू हैं. इसके बाद मौर्य का भी बयान सामने आया है.
लगातार दलितों-पिछड़ों के लिए कर रहे ट्वीट
इससे पहले 29 जनवरी को उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि धर्म की दुहाई देकर आदिवासियों, दलितों-पिछड़ों और महिलाओं को अपमानित किए जाने की साजिश का विरोध करता रहूंगा. जिस तरह कुत्तों के भौंकने से हाथी अपनी चाल नहीं बदलते उसी तरह इनको सम्मान दिलाने तक वह भी अपनी बात नहीं बदलेंगे.
वहीं, 28 जनवरी को भी उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि देश की महिलाओं, आदिवासियों, दलितों और पिछड़ों के सम्मान की बात क्या कर दी, मानो भूचाल आ गया. एक-एक करके संतो, महंतों, धर्माचार्यों का असली चेहरा बाहर आने लगा. सिर, नाक, कान काटने पर उतर आए हैं. उन्होंने एक कहावत भी कही- मुंह में राम बगल में छुरी, धर्म की चादर में छिपे, भेड़ियों से बनाओ दूरी.
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