Waqf Board Amendment Bill: केंद्र सरकार संसद में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को लाने की तैयारी कर रही है. इसको लेकर अब सियासी पारा बढ़ने लगा है. इसी बीच रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी ने इस पर सवाल उठा रहे हैं. 


रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद मौलाना मोहिबुल्लाह नदवी ने बिल पर को लेकर उन्होंने कहा कि कोई भी मस्जिद या मदरसा यूं ही नहीं कहता कि यह संपत्ति किसी की है, बल्कि वो इसकी पूरी जांच करते हैं. 


सांसद महिबुल्लाह नदवी ने कही ये बात


वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद महिबुल्लाह नदवी ने कहा, 'कोई भी बिल संबंधित धर्म के कानून और नियमों को ध्यान में रखकर पेश किया जाता है. संविधान के अनुसार कोई भी धर्म हो, उसकी भावना का ध्यान रखा जाना चाहिए. कोई भी मस्जिद या मदरसा यूं ही नहीं कहता कि यह संपत्ति किसी की है. वक्फ आयुक्त एक राजपत्रित अधिकारी है और वह सभी दस्तावेजों का ठीक से अध्ययन करता है और फिर वह कुछ भी निर्णय लेता है.'


खराब होगी देश की छवि 


इस बिल को लेकर उन्होंने कहा, यह तरीका गलत है. इससे पूरी दुनिया में भारत की छवि खराब हो सकती है. उन्होंने  वक्फ बोर्ड एक्ट में संशोधन के प्रस्ताव की तुलना कृषि कानूनों से भी कर दी है. उन्होंने कहा, ' कृषि कानूनों की तरह सरकार इस तरह के कानून को लाना चाहती है. सरकार ने इसी तरह तरह से कृषि कानून भी पास कराए थे. उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड कभी भी ऐसे ही किसी भी संपति को अपना घोषित नहीं कर देता है. बल्कि इसकी एक प्रक्रिया है. 


उन्होंने आगे कहा,' ये गलत है और वक्फ बोर्ड लेकर एक प्रोपेगंडा फैलाया गया है. इससे दुनिया के सामने एक गलत सन्देश भी जाएगा. सरकार को शहरियों के हकों की हिफाजत करनी चाहिए. अगर सरकार की नियत ठीक है तो उन्हें एक बार  ऑल पार्टी मीटिंग और स्कॉलर्स को बुलाकर बात करनी चाहिए. इससे देश की गंगा जमुनी तहजीब को नुकसान होगा.