नई दिल्ली: दुर्दांत अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद अब कई लोग इस एनकाउंटर के तरीके पर सवाल उठा रहे हैं कि आखिर विकास दुबे के एनकाउंटर की जरूरत पड़ी क्यों? क्योंकि विकास दुबे ने जानकारी के मुताबिक खुद ही सरेंडर किया था और अगर उसने सरेंडर किया था तो फिर वह भागेगा क्यों? ऐसे ही सवाल उठाये हैं समाजवादी पार्टी सांसद रवि प्रकाश वर्मा ने भी और उन्होंने इस एनकाउंटर के जांच की मांग की है.


सरेंडर करने वाला आरोपी भागेगा क्यों- रवि प्रकाश वर्मा
समाजवादी पार्टी सांसद रवि प्रकाश वर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि विकास को राजनीतिक संरक्षण भी मिला हुआ था और इसी वजह से वह लगातार घटनाओं को अंजाम देता जा रहा था. अगर एसटीएफ की 100 टीमें भी उसको ढूंढ नहीं पायीं और वह खुद सरेंडर कर पुलिस के सामने आया. तो ऐसा शख्स भागेगा क्यों?


गाड़ी फिसली और पलटी तो उस पर खरोंच के निशान क्यों नहीं?- एसपी सांसद
समाजवादी पार्टी सांसद रवि प्रकाश वर्मा ने सवाल उठाते हुए कहा कि जैसा पुलिस ने जानकारी दी कि गाड़ी चलते चलते पलट गई थी जिसके बाद विकास दुबे वहां से भागने की कोशिश कर रहा था और उसने पुलिस पर हमला किया तो फिर गाड़ी पर फिसलने के दौरान खरोंच के निशान क्यों नहीं दिखे? और अगर गाड़ी फिसली तो कैसे गाड़ी के सामने का शीशा नहीं टूटा?


विकास दुबे को मिला हुआ था राजनैतिक संरक्षण- रवि प्रकाश वर्मा
रवि प्रकाश वर्मा ने सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक विकास दुबे के ऊपर 60 से ज्यादा मुकदमे दर्ज़ थे तो ऐसे में आखिर उसको पहले ही जिला बदर क्यों नहीं किया गया? विकास दुबे के ऊपर कभी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून और यूएपीए कानून के तहत मुकदमा नहीं दर्ज किया गया, आखिर उसको किस का संरक्षण मिला हुआ था? रवि प्रकाश वर्मा ने सवाल उठाया कि जब मुख्यमंत्री को पुलिस के आला अधिकारियों ने ऐसे शातिर अपराधियों की सूची सौंपी तो उसमें विकास दुबे का नाम क्यों नहीं था?


विकास दुबे के संपर्क में थे कई रसूखदार लोग- एसपी सांसद
रवि प्रकाश वर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिस तरह से विकास दुबे के संपर्क में कई रसूख वाले लोग भी रहे हैं जो ये भी दिखाता है कि इस वक्त प्रदेश में सिर्फ एक विकास दुबे नहीं बल्कि कई ऐसे विकास दुबे हैं जिनको राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है और उसी का फायदा उठाते हुए वो इस तरीके की घटनाओं को अंजाम देते हैं.


गिरफ्तार कर होती पूछताछ तो कई लोगों का नाम होते उजागर- रवि प्रकाश वर्मा
रवि प्रकाश वर्मा ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि जिस तरह से विकास दुबे घटना के बाद फरार हुआ तो वह इस बात की ओर इशारा करता है कि उसकी मदद लगातार की जा रही थी. संभव है कि इसमें पुलिस वाले या उच्च पदों पर बैठे हुए लोग भी शामिल हों. अगर विकास दुबे पुलिस गिरफ्त में रहता और उससे पूछताछ होती तो ऐसे सभी लोगों के बारे में जानकारी सामने आ सकती थी.


समाजवादी पार्टी सांसद रवि प्रकाश वर्मा ने कहा कि अगर विकास दुबे के मामले की सुनवाई कोर्ट में होती वहां तथ्य रखे जाते तो ज्यादा अच्छा होता. हालांकि तब भी इसको सजा ऐसी ही मिलती लेकिन कम से कम उन लोगों के नाम उजागर होते जो इसकी मदद कर रहे थे.


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