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अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी S&P से नहीं मिली खुशखबरी, अर्थव्यवस्था पर भारत की रेटिंग जस की तस
बीते साल रेटिंग में बदलाव नहीं किए जाने पर सरकार ने एस एंड पी की तीखी आलोचना की थी.
नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय ग्लोबल रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पूअर्स (S&P) ने अर्थव्यवस्था पर भारत की रेटिंग नहीं बदली है. स्टैंडर्ड एंड पूअर्स के मुताबिक भारत की रेटिंग फिलहाल ट्रिबल बी माइनस ('BBB-') ही है. वहीं आउटलुक स्थिर है.
बढ़ने के नहीं तो रेटिंग गिरने के भी आसार नहीं
आपको बता दें कि पिछले साल एस एंड पी ने 2016 में भारत की रेटिंग ट्रिबल बी माइनस ('BBB-') बरकरार रखी थी, जबकि नजरिया स्थिर रखा था. ध्यान रहे कि ये निवेश के मामले में आखिरी रेटिंग होती है. साथ ही नजरिया स्थिर रखने का मतलब ये होता है कि रेटिंग फिलहाल भले ही बढ़े नहीं, लेकिन गिरने के भी आसार नहीं हैं.
बीते साल रेटिंग में बदलाव नहीं किए जाने पर सरकार ने एस एंड पी की तीखी आलोचना की थी और कहा था कि एजेंसियों को रेटिंग तय करने के तरीके पर गौर करना चाहिए.
13 साल बाद मूडीज ने बढ़ाई भारत की रेटिंग
आपको यह भी बता दें कि पिछले हफ्ते रेटिंग एजेंसी अमेरिका की मूडीज इनवेस्टर सर्विसेज ने 13 साल बाद भारत की सोवरिन रेटिंग ‘बीएए3’ से सुधारकर ‘बीएए2’ कर दी थी. साथ ही नजरिया सकारत्मक से स्थिर कर दिया था.
मूडीज की रेटिगं मे सुधार का मतलब ये हुआ कि विदेशी निवेशकों का भारत पर विश्वास और बढ़ेगा और वो यहां खुलकर निवेश कर सकेंगे. साथ ही नजरिया बदलने का मतलब ये है कि फिलहाल इसमें गिरावट के आसार नहीं और ये भी हो सकता है कि आगे इसमें सुधार ही हो.
'इज ऑफ डूंइंग' बिजनेस रैंकिंग में भारत ने लगाई जबर्दस्त छलांग
इससे पहले एक नवंबर को देश में कारोबारी सुगमता यानी 'इज ऑफ डूंइंग' बिजनेस रैंकिंग में भारत ने 30 स्थानों की जबर्दस्त छलांग लगाते हुए टॉप 100 देशों में अपनी जगह बनाई थी. ताजा स्थिति ये है कि भारत 190 देशों की सूची में 100वें स्थान पर आ गया है, जबकि साल 2017 में वह 130वें स्थान पर था.
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