भोपाल: मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से अलग होकर बने नए जिले निवाड़ी में पदस्थ महिला पुलिस अधीक्षक वाहनी सिंह ने कर्तव्य परायणता की अद्भुत मिशाल कायम की. कल जब पूरा देश खास तौर से महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना का त्योहार करवा चौथ मना रही थीं, तब निवाडी एस पी गांव सैतपुरा में बोरवेल में गिरे तीन वर्षीय मासूम प्रहलाद की जान बचाने अपनी ड्यूटी निभा रही थी.


ऐसे में उनके पति राजस्थान काडर में पदस्थ आईं पी एस अधिकारी हैं जो खासतौर से छुटी लेकर निवाडी पहुंचे वो पत्नी संग त्यौहार मनाएंगे लेकिन उन्हें इस बात का कतई अनुमान नहीं था कि निवाड़ी के सैतपुरा गांव में ऐसी अनहोनी घटना अचानक घट जाएगी कि पत्नी को तत्काल सभी काम छोड़ ड्यूटी पर जाना होगा, जहां एक 3 वर्षीय मासूम पहलाद की ज़िंदगी और मौत का सवाल खड़ा हो जायेगा.


दरअसल ये बालक अपने खेत मे खेलते-खेलते गहरे बोरबेल में जा गिरा था बस फिर क्या था जानकारी मिलते ही वाहिनी सिंह तत्काल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य मे जुट गईं. इस बीच पति नागेंद्र सिंह ने उन्हें समझाया कि आज वो करवा चौथ का व्रत ना करे क्योंकि रेस्क्यू में ना जाने कितना वक्त लग जाये, पर दृढ़ प्रतिज्ञ वाहिनी सिंह ने ना केवल उपवास किया बल्कि पूरे दिन और रात ड्यूटी भी निभाई.


पति नागेंद्र सिंह ने अपना पति धर्म निभाते हुए स्वयं घटनास्थल पर पहुंच गए और वही पत्नी को अपने हाथों से पानी पिलाकर और कुछ थोड़ा बहुत खाना खिलाकर व्रत तुड़वाया. वाहिनी सिंह की इस कर्तव्य परायणता और पत्नीधर्म दोनो को एकसाथ निभाने की कहानी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है और लोग उन्हें इस कार्य के लिये सराह भी रहे है.