तीन तलाक विरोधी विधेयक पर चर्चा के दौरान एम जे अकबर और ओवैसी में नोकझोंक
तीन तलाक संबंधी विधेयक पर आज लोकसभा में चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर और एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी के बीच नोकझोंक देखने को मिली.
![तीन तलाक विरोधी विधेयक पर चर्चा के दौरान एम जे अकबर और ओवैसी में नोकझोंक Spat between MJ Akbar and Asaduddin Owaisi in Lok Sabha debating Triple talaq तीन तलाक विरोधी विधेयक पर चर्चा के दौरान एम जे अकबर और ओवैसी में नोकझोंक](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2017/12/28200521/owaisi.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
नयी दिल्ली: तीन तलाक संबंधी विधेयक पर आज लोकसभा में चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री एम जे अकबर और एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी के बीच नोकझोंक देखने को मिली. मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक, 2017 पर चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए अकबर ने शाह बानो प्रकरण का हवाला दिया तो ओवैसी ने उनको टोका. उन्होंने कहा कि उस वक्त आपने उस कानून (राजीव गांधी के समय) को पारित कराया था.
लोकसभा से बिना संशोधन के पास हुआ ट्रिपल तलाक बिल, अब राज्यसभा में सरकार की असली परीक्षाइस पर अकबर ने कहा कि मेरे दोस्त को शायद यह पता नहीं है कि वह 1989 में कांग्रेस में शामिल हुए थे. उनके इस कथन पर सत्तापक्ष के सदस्यों ने मेज थपथपाया. गौरतलब है कि शाह बानो प्रकरण 1985 का है. शाह बानो को उसके पति ने तलाक दे दिया था और सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पीड़िता के लिए मासिक गुजारा भत्ते का आदेश दिया. इस आदेश के विरोध में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और कुछ मुस्लिम संगठनों ने आंदोलन किया जिसके बाद राजीव गांधी की सरकार इसके खिलाफ कानून लेकर आई.
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