हम मिलते हैं और अजनबी से करीब रोजाना बातचीत करते हैं. ये एक आम चलन बाहर निकलने पर दिखाई देता है. लेकिन अक्सर उनमें से एक या दो खास संबंध बनाकर मजबूत असर हमारी जिंदगी पर छोड़ते हैं, जिसके बारे में हम बात या एहसास कर सकें. इस तरह दिल को छू लेनेवाली छोटी सी घटना को धर्मेश नाम के बेंगलुरू निवासी ने शेयर किया है.
चाय दुकानदार के साथ मजबूत रिश्तों की कहानी
उन्होंने अपने ट्विटर हैंडिल का इस्तेमाल घर के नजदीक सड़क किनारे चाय की दुकान के मालिक के साथ अटूट बंधन को बताने के लिए किया है. भारत में चाय का ढाबा या टी स्टॉल नजर आना बिल्कुल आम है. चाहे आपके घर के नजदीक हो या फिर दफ्तर के बाहर, करीब हर जगह हम रोजाना एक कप चाय का आनंद लेने के लिए जाते हैं.
ढाबे पर बार-बार आने से अक्सर जगह और उसके लोगों के साथ एक खास रिश्ते को बनाता है. धर्मेश को भी एहसास हुआ जब उन्होंने पाया कि उनके घर के नजदीक चाय दुकान स्थायी रूप से बंद होने जा रही है. धर्मेश ने अपने विचारों को ट्वीट की श्रृंखला में बयान किया. बेंगलुरू में उनके रिश्ते की शुरुआत करीब पांच साल पहले हुई थी.
उनके मुताबिक, 'चेट्टा शॉप' नामी चाय का स्टॉल उनके अपार्टमेंट के पास पीएम नाम का एक शख्स चला रहा था और उसका संबंध केरल से था. धर्मेश ने गर्म चाय के लिए ढाबा पर रोजाना जाना शुरू कर दिया. उन्होंने लिखा, "रोजाना, मैं जाता और आपस में मुस्कुराहट के साथ अभिनंदन होता. हमने उससे ज्यादा कभी नहीं बात की."
मार्मिक पोस्ट ने इंटरनेट यूजर को किया प्रभावित
लेकिन, बाद के वर्षों में अपने घर से हटने पर भी उन्होंने जाना अक्सर जारी रखा. हाल ही में उन्हें पता चला कि 'ये उनका अंतिम दिन है क्योंकि दुकानदार चाय के ढाबे को हमेशा के लिए बंद कर रहे हैं.' चाय ढाबे पर अंतिम यात्रा ने धर्मेंश को खास रिश्ते का एहसास कराया जिसे उन्होंने दुकानदार के साथ शेयर किया और भविष्य में उसके साथ संपर्क में रहने का फैसला किया.
दिल को छू लेनेवाली मजबूत बंधन की कहानी ने इंटरनेट यूजर को काफी प्रभावित किया. समर्थन में सैंकड़ों व्यूज, कमेंट्स और लाइक्स मिलने लगे. कुछ लोगों ने तो कहानी दोबारा शेयर कर कमेंट किया, "सुनने में वाकई शानदार है कि अभी भी लोग अच्छे मानवीय रिश्तों की परवाह करते हैं."
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