(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
जीप से उतरकर किससे मिलने पहुंचे पीएम मोदी और स्पेन के राष्ट्रपति, देखें वीडियो
PM Modi Road Show: PM मोदी और स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज ने बड़ोदरा में एक रोड शो किया था. इस दौरान एक दिव्यांग छात्रा ने PM मोदी को पेंटिंग दी.
PM Modi Road Show: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज ने आज गुजरात के बड़ोदरा में एक रोड शो किया. इस रोड शो के दौरान एक अभूतपूर्व वाकया देखने को मिला. इस वाकये को देखकर हर कोई दंग रह गया.
दरअसल, लोगों के भीड़ में PM मोदी और स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज का अभिवादन करने के लिए एक दिव्यांग छात्रा भी थी. इस छात्रा को देख कर दोनों देश के नेता अपनी जीप से उतर कर आ गए. इसके बाद देशों के नेताओं ने छात्रा से हाथ मिलाया. छात्रा अपने परिजनों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज की खुद से तैयार की पेंटिंग को लेकर पहुंची थी. छात्रा ने दोनों नेताओं को उनके फ्रेम कराए चित्र भेंट किए. इस दौरान दोनों नेताओं ने छात्रा से बात भी की.
#WATCH | A specially-abled girl presented portraits of PM Narendra Modi and President of the Government of Spain, Pedro Sanchez during their roadshow in Gujarat's Vadodara earlier today. pic.twitter.com/22Jw7lKimu
— ANI (@ANI) October 28, 2024
PM मोदी ने किया टाटा-एयरबस सी-295 प्लांट का उद्घाटन
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और स्पेन के उनके समकक्ष पेड्रो सांचेज ने सोमवार को वडोदरा में टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटेड (टीएएसएल)-एयरबस केंद्र का उद्घाटन किया. यहां सी-295 सैन्य विमानों का निर्माण किया जाएगा. 'टाटा-एयरबस' भारत में पहला ऐसा निजी केंद्र होगा जहां सैन्य विमानों के कलपुर्जों का जोड़कर विमानों को अंतिम रूप देने (फाइलन असेंबली लाइन) का काम किया जाएगा.
इस अवसर पर PM मोदी ने कहा कि यह सुविधा न केवल भारत-स्पेन संबंधों को मजबूत करेगी, बल्कि हमारे ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ मिशन को भी बढ़ावा देगी. उन्होंने कहा कि इस संयंत्र में निर्मित विमानों का भविष्य में निर्यात भी किया जाएगा.
'देश डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग इकोसिस्टम में नई ऊंचाई छू रहा है'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "जैसे ही हम अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए पहला कदम उठाते हैं, रास्ते अपने आप बनते चले जाते हैं. आज भारत में डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग इकोसिस्टम नई ऊंचाइयों को छू रहा है. अगर हमने 10 साल पहले ठोस कदम न उठाए होते, तो आज इस मंजिल तक पहुंचना असंभव होता. तब कोई सोच भी नहीं सकता था कि भारत में इतने बड़े पैमाने पर डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग हो सकती है. उस समय प्राथमिकता और पहचान सिर्फ आयात की थी. हमने नए रास्ते पर चलने का फैसला किया, अपने लिए नए लक्ष्य तय किए. आज इसका नतीजा हमारे सामने है."