Spicejet Flight Turbulence: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में लैंडिंग से ठीक पहले स्पाइसजेट के विमान में तेज टर्बुलेंस देखा गया. जिससे विमान में सवार लोगों की जान पर खतरा पैदा हो गया और इस दौरान कई यात्री घायल भी हुए. अब इस मामले को लेकर विमानन नियामक डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) ने जांच शुरू कर दी है. इसके लिए एक टीम गठित की गई है. वहीं डीजीसीए ने रोस्टर उड़ान चालक दल, विमान इंजीनियर और स्पाइसजेट के रखरखाव नियंत्रण केंद्र के प्रभारी को जांच पूरी होने तक के लिए हटा दिया है. इस घटना में घायल हुए कुल 15 लोगों में से 2 लोग आईसीयू में भर्ती हैं.
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने दी जानकारी
इस मामले को लेकर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर कहा, ‘‘दुर्गापुर में उतरते समय एक उड़ान में हुई गड़बड़ी और यात्रियों को हुई क्षति बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. डीजीसीए ने घटना की जांच के लिए एक टीम गठित की है.’’ उन्होंने कहा कि इस मामले को पूरी गंभीरता के साथ निपटाया जा रहा है. सिंधिया ने कहा, ‘‘जांच पूरी होने के बाद घटना के कारणों के बारे में अधिक जानकारी साझा की जाएगी.’’
स्पाइसजेट ने कहा - कर रहे घायल यात्रियों की मदद
इस बारे में डीजीसीए के अधिकारियों ने कहा कि इस उड़ान में 12 यात्री और चालक दल के तीन सदस्यों समेत कुल 15 लोग घायल हो गए थे. घायल यात्रियों में से दो इस समय आईसीयू में हैं. डीजीसीए प्रमुख अरुण कुमार ने कहा, "हमने इस घटना की नियामकीय जांच करने के लिए एक बहुआयामी टीम गठित की है.” वहीं स्पाइसजेट ने सफाई में कहा कि मुंबई-दुर्गापुर उड़ान में रविवार को हादसे के समय सीट बेल्ट साइन ऑन था और चालक दल के सदस्यों की ओर से यात्रियों को बैठने के लिए कई घोषणाएं की गईं थीं.
स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘एक मई को मुंबई से दुर्गापुर जाने वाली स्पाइसजेट की उड़ान एसजी-945 पर यात्रा करने वाले 11 यात्रियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिन्हें उतरने के दौरान गंभीर टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा, जिसके चलते कुछ यात्रियों को चोटें आईं.’’ स्पाइसजेट प्रवक्ता के मुताबिक, अस्पताल में भर्ती आठ लोगों को छुट्टी दे दी गयी है. उन्होंने कहा कि कंपनी घायल लोगों की हर संभव मदद कर रही है.
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