DGCA: विमान के केबिन में क्यों उठा था धुआं? स्पाइसजेट ने डीजीसीए को जांच के बाद बताई वजह
स्पाइस जेट के एक विमान में बीते कुछ महीनों पहले आग लग गई थी जिससे की विमान की इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी. इस घटना का संज्ञान लेते हुए एविऐशन विभाग ने जांच के आदेश दिए थे.
Indian Aviation Department: स्पाइस जेट (Spice Jet) के कई विमानों में खराबी पर कुछ महीने पहले नागरिक उड्डयन विभाग (Indian Aviation Department) सख्त हो गया था. इसी सिलसिले में उसने स्पाइस जेट के एक विमान में लगी आग को लेकर जांच के आदेश दिये थे.
इसके अलावा डीजीसीए ने स्पाइस जेट के ऑयल लीक मामले में जांच के आदेश दिये थे साथ ही इंजन के रख रखाव के बारे में दिशा निर्देश जारी किए थे. अब स्पाइस जेट ने घटना और जांच पर विस्तृत बयान जारी किया है. कुछ महीनों पहले स्पाइसजेट के एक विमान डीएचसी-8-402 (क्यू400) विमान वीटी-एसक्यूबी उड़ान संख्या एसजी 3735 में केबिन में धुआं की घटना की वजह से हैदराबाद में आपातकालीन लैंडिंग की गई थी.
जांच में क्या निकला?
लैंडिंग के बाद केबिन क्रू और एयरपोर्ट सेवाओं की मदद से यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और डीजीसीए ने जांच के आदेश भी दिए थे. हालांकि प्रारंभिक जांच के आधार पर इंजन ब्लीड-ऑफ वाल्व में इंजन ऑयल के साक्ष्य पाए गए थे जिसके कारण विमान के एयरकंडीशनिंग सिस्टम में तेल के प्रवेश करने की वजह से केबिन में धुआं उठा था.
स्पाइसजेट को 14 विमानो (28 PW150A इंजन) से युक्त पूरे Q400 बेड़े पर तुरंत ये कार्रवाई करने का निर्देश दिया था.
1. इंजन आयल में मेटल और कार्बन के कणों की उपस्थिति का पता लगाने के लिए PW150A तेल विश्लेषण के लिए इंजन ऑयल के नमूने लिए जाने और विश्लेषण के लिए प्रैट एंड व्हिटनी कनाडा भेजे जाने के लिए कहा गया.
2. ब्लीड-ऑफ वॉल्व स्क्रीन का निरीक्षण और तेल के गीलेपन का प्रमाण लाने के लिए कहा गया है. इसके अलावा इस घटना और हाल के दिनों में हुई इसी तरह की घटना पर यही निर्णय लेने को कहा गया है.
3. इस इंजन में पीवीसी 150ए इंजन शामिल है जिसको ओवरहालिंग के लिए स्टैंडर्ड एयरो-सिंगापुर भेजा गया था. स्पाइसजेट को निर्देश दिया गया था कि जांच पूरी होने तक सिंगापुर तक कोई भी इंजन, स्टैंर्ड एरो को नहीं भेजा जाएगा.
मामले की जांच के लिए क्या निर्देश दिए गये?
मामले को विस्तार से जांच के लिए मैसर्स स्पाइसजेट को ये उपाय करने के निर्देश दिए गये हैं.
1. इंजन तेल के नमूने समय-समय पर 30 दिनों के बजाय हर 15 दिनों में लिए जाएंगे और PW150A तेल विश्लेषण के लिए प्रैट एंड व्हिटनी कनाडा भेजे जाएंगे.
2. एक सप्ताह के भीतर सभी परिचालन इंजनों का एकमुश्त बोरोस्कोपिक निरीक्षण और 3 इंजनों पर बोरोस्कोपिक निरीक्षण पूरा करना, जो आज रात तक स्टैंडर्ड एयरो, सिंगापुर से प्राप्त हो चुकाहैं
3. प्रत्येक साप्ताहिक जांच के दौरान तेल के गीलेपन के साक्ष्य के लिए ब्लीड-ऑफ वाल्व स्क्रीन और आवास का निरीक्षण शुरू करना.
4. सेंट्रल डिस्प्ले सिस्टम में गलती 938 की सूचना पर किसी भी धातु के कणों की उपस्थिति के लिए चुंबकीय चिप डिटेक्टरों (एमसीडी) का तत्काल निरीक्षण, जो अन्यथा कक्षा 2 की गलती है और अगले 65 उड़ान घंटों के भीतर निरीक्षण के लिए कहता है.
किसी भी धातु के कण का पता लगाने के मामले में विमान को छोड़ने से पहले इंजन का बोरोस्कोपिक निरीक्षण किया जाएगा. डीजीसीए स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है और किसी भी अप्रिय घटना को टालने के लिए सभी उचित कार्रवाई करेगा.
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