नई दिल्ली: निजी अस्पताल फोर्टिस हेल्थकेयर ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि भारत में उपयोग के लिए स्वीकृत तीसरा कोरोना वायरस-रोधी टीका स्पुतनिक वी शनिवार से गुड़गांव और मोहाली स्थित उसके अस्पतालों में उपलब्ध होगा. उसने कहा कि सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार टीके का भंडार सीधे डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज से खरीदा गया है. 


निजी अस्पताल श्रृंखला ने एक बयान में कहा, "दो खुराक वाला टीका फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम और फोर्टिस अस्पताल, मोहाली में उपलब्ध होगा." आने वाले दिनों में, चरण-वार पायलट प्रोजेक्ट के तहत 11 शहरों के फोर्टिस अस्पतालों में टीके उपलब्ध होंगे. 


फोर्टिस हेल्थकेयर के एमडी और सीईओ डॉ आशुतोष रघुवंशी ने कहा, "फोर्टिस सक्रिय रूप से यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहा है कि अधिक से अधिक भारतीयों को पूरे टीके लगाए जाए. आज तक, हमारी इकाइयां केवल कोवैक्सिन और कोविशील्ड प्रदान कर रही थीं." उन्होंने कहा, "हालांकि, हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि फोर्टिस, डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज के सहयोग से टीकाकरण अभियान का विस्तार करने और वायरस के संक्रमण के जोखिम को कम करने के दोहरे उद्देश्य के साथ फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम और फोर्टिस अस्पताल, मोहाली में तीसरा टीका विकल्प प्रदान करने जा रहा है." 


गौरतलब है कि इससे पहले दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल और मधुकर रेनबो बाल अस्पताल ने भी कहा था कि वे 20 जून तक कोविड-19 के रूसी टीके देना शुरू कर देंगे. केंद्र सरकार ने टीके की कीमत 1,145 रुपये प्रति खुराक तय की है. 


निजी कोविड-19 टीकाकरण केंद्रों के लिए कोविशील्ड की अधिकतम कीमत 780 रुपये प्रति खुराक तय की गई है, जबकि कोवैक्सिन की प्रति खुराक 1,410 रुपये है. रूस के गमलेया नेशनल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ने यह वैक्सीन विकसित की है और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष विश्व स्तर पर इसका विपणन कर रहा है. 


देश में टीके के लिए व्यावसायिक साझेदार हैदराबाद स्थित डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज रूस से टीके का आयात कर रही है. आने वाले समय में भारत में भी इस टीके का उत्पादन होगा.
गमलेया और आरडीआईएफ के अनुसार, स्पुतनिक वी ने 92 प्रतिशत की प्रभावकारिता दर का प्रदर्शन किया है.