कोच्चि: क्रिकेटर एस श्रीसंत ने बीसीसीआई द्वारा लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को पुन: बहाल करने के केरल हाई कोर्ट के फैसले को ‘अब तक का सबसे बदतर फैसला’ करार दिया और कहा कि वह अपना संघर्ष नहीं छोड़ेंगे.
श्रीसंत ने हाई कोर्ट की खंडपीठ के फैसले के बाद अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, ‘‘यह अब तक का सबसे बदतर फैसला है, मेरे लिए विशेष नियम, असली गुनहगारों का क्या. चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रायल्स का क्या हुआ.’’ श्रीसंत ने अपने प्रशंसकों को समर्थन के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि वह अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.
श्रीसंत ने कहा, ‘‘मेरे पास सिर्फ मेरा परिवार और कुछ करीबी लोग हैं जो अब भी मेरे ऊपर विश्वास करते हैं. मैं संघर्ष जारी रखूंगा और सुनिश्चित करूंगा कि मैं हार नहीं मानूं’’ श्रीसंत ने आगे लिखा, ‘‘और लोढा समिति की रिपोर्ट के 13 आरोपियों का क्या, कोई इसके बारे में जानना नहीं चाहता. मैं अपने अधिकार के लिए संघर्ष जारी रखूंगा भगवान महान है.’’
इस बीच मीडिया से बात करते हुए केरल क्रिकेट संघ के सचिव जयेश जार्ज ने कहा कि केसीए श्रीसंत का समर्थन कर रहा था. उन्होंने कहा, ‘‘हमने उसके पूर्ण फिटनेस टेस्ट से गुजरने का इंतजाम किया है और उसे मैच के लिए फिट बनाने का भी. इस फैसले के साथ हमें इसका सम्मान करना होगा.’’