LTTE leader Alive: लिट्टे नेता वी प्रभाकरण के जिंदा होने के दावे को लेकर श्रीलंका सरकार की प्रतिक्रिया आई है. श्रीलंका के विदेश मंत्री अली साबरी ने एबीपी नाडु को बताया कि मंत्रालय रिपोर्ट की जांच करेगा. सोमवार (13 फरवरी) को वर्ल्ड कॉन्फेडरेशन ऑफ तमिल्स के अध्यक्ष पी नेदुमारन ने तमिलनाडु में एक बयान जारी कर दावा किया कि प्रभाकरण अभी जिंदा और स्वस्थ है.


श्रीलंकाई सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर रवि हेराथ ने प्रभाकरन के जिंदा होने से साफ इनकार किया. उन्होंने एबीपी नाडू से इसकी पुष्टि की. उनका कहना है, हमारे पास डीएनए रिपोर्ट समेत तमाम रिकॉर्ड हैं, जिससे साबित होता है कि वह मर चुका है.


तंजावुर स्थित मुलिवैक्कल मेमोरियल में तमिल कॉन्फेडरेशन के प्रमुख पाजा नेदुमारन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर प्रभाकरण के जिंदा होने की जानकारी दी थी. उन्होंने कहा कि वह पुष्टि करते हैं कि तमिनल नेशनल नेता प्रभाकरण जीवत हैं. तमिल नेता के बारे में उन्होंने बताया कि वह स्वस्थ हैं और अपने परिवार के संपर्क में हैं. साथ ही दावा भी किया कि प्रभाकरण जल्द बाहर आएंगे. 


श्रीलंकाई सेना ने किया था मारे जाने का दावा
नेदुमारन ने कहा कि उनकी इस जानकारी के बाद लिट्टे नेता के बारे में चल रही अफवाहें बंद हो जाएंगी. उन्होंने ईलम तमिलों (श्रीलंकाई तमिलों) से प्रभाकरण के लिए एकजुट होने की अपील की.


2009 में श्रीलंका की सेना ने लिट्टे के दबदबे वाले इलाके में एक बड़ा सैन्य अभियान चलाया था. इसमें लिट्टे प्रमुख के मारे जाने की बात कही गई थी. उस समय श्रीलंकाई सेना ने एक तस्वीर भी जारी की थी, जिसमें लिट्टे प्रमुख की लाश दिखाई गई थी. लेकिन अब इस नए दावे के बाद इसे लेकर सवाल खड़े हो गए हैं.


परिवार से जानकारी मिलने का दावा
नेदुमारन ने यह भी बताया कि वह प्रभाकरण के परिवार के सदस्य उनके संपर्क में हैं और उन्होंने ही बताया है कि लिट्टे प्रमुख स्वस्थ हैं. उन्होंने बताया कि लिट्टे नेता की सहमति से ही उनके जीवित होने की जानकारी दे रहे हैं.


उन्होंने बताया कि श्रीलंका में राजपक्षे के खिलाफ सिंहली विद्रोह के चलते अब ऐसी स्थितियां बन गई हैं कि प्रभाकरण बाहर आ सकते हैं.


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