नई दिल्ली: अयोध्या विवाद को सुलझाने के लिए बेंगलुरु में आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ बैठक की है. इस बैठक में राम मंदिर के निर्माण को लेकर तीन तरह के फार्मूले निकले हैं. विवादित जगह पर ही राम मंदिर बनाने की बात हुई है लेकिन मस्जिद बनाने के लिए अलग अलग जगहें बताई गई हैं.
फॉर्मूले को लेकर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है इसलिए बातचीत आगे भी जारी रहेगी. सूत्रों के हवाले से होली के बाद और रामनवमी के पहले धर्मगुरू अयोध्या जाकर इस फॉर्मूले पर लोगों से बात करेंगे. इस बैठक में सुन्नी वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष जफर फारुकी भी शामिल हुए. जफर फारुकी राममंदिर मामले के पक्षकार भी हैं.
अयोध्या पर क्या हैं ये तीन फॉर्मूले?
राममंदिर पर सुब्रमण्यम स्वामी का फॉर्मूला- विवादित जगह पर ही राम मंदिर बनाया जाए. सरयू नदी के दूसरी तरफ मुस्लिम मस्जिद बना लें.
राम मंदिर पर जस्टिस पुलक बसु का फॉर्मूला- जो हिस्सा रामलला विराजमान को मिला है उसी जमीन पर राम मंदिर बने. बाकी जमीन निर्मोही अखाड़ा और सुन्ना वक्फ बोर्ड के पास रहे. मुस्लिम पक्ष जमीन पर कोई निर्माण ना करे. मुस्लिम पक्ष 200 मीटर दूर यूसुफ की आरा मशीन की जमीन पर मस्जिद बनाए.
हासिम अंसारी और महंत ज्ञानदास का फॉर्मूला
विवादित परिसर में मंदिर और मस्जिद बने, दोनों को 100 फीट की दीवार से बांट दिया जाए.
श्री श्री रविशंकर का फॉर्मूला
विवादित जगह पर मंदिर बने.
आज का फॉर्मूला
मुस्लिम फैजाबाद हाईवे पर मस्जिद बनाएं. विवादित जमीन पर मंदिर बनाएं.
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू, 14 को हो सकता है ये बड़ा फैसला
सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को एक बार फिर अयोध्या विवाद में नई तारीख दे दी गई है. पिछले साल 5 दिसंबर की सुनवाई में 8 फरवरी की तारीख दी गई थी. अब 8 फरवरी की सुनवाई में 14 मार्च की तारीख मिली है. अब अगली सुनवाई 14 मार्च को होगी. इसके बाद रोजाना सुनवाई होने की उम्मीद है.